देहरादून, 8 जुलाई (Udaipur Kiran) । पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत, मंगलौर विधायक और एआईसीसी सचिव काज़ी निजामुद्दीन व प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना के नेतृत्व में मंगलौर के किसान नेता आज अध्यक्ष सहकारी निर्वाचन प्राधिकरण अध्यक्ष तारा दत्त पांडे के शास्त्रीनगर स्थित कार्यालय पहुंचे। इस दौरान उन्होंने लिब्बारेहड़ी सहकारी गन्ना विकास समिति लिमिटेड मंगलौर में संपन्न हुए चुनावों में सत्ताधारी भाजपा के दबाव में धांधली का आरोप लगाते हुए चुनावों को रद्द करने की मांग की।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने प्राधिकरण अध्यक्ष से कहा कि अगर सरकार हर छोटे बड़े चुनाव में हस्तक्षेप कर चुनाव परिणामों को अपनी पार्टी के अनुकूल लाने के लिए अनुचित रास्ता अपनाएगी तो सहकारिता जैसा जनउपयोगी आंदोलन समाप्त हो जाएगा।
काज़ी निजामुद्दीन ने कहा कि अगर सहकारिता चुनावों में भी सरकारी मशीनरी का दुरूपयोग किया जाएगा तो यह ग़लत है। उन्होंने कहा कि उच्च न्यायालय के स्पष्ट आदेशों के बावजूद अपात्र लोगों से मतदान करवा कर और उसके बाद वोटों की गिनती में वैध मतों को पेंसिल से निशान लगवा कर अवैध करवा कर चुनाव परिणाम सत्ता धारी पार्टी के लोगों के पक्ष में किया गया।
प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष संगठन सूर्यकांत धस्माना ने सहकारिता चुनावों में धांधली पर गहरी नाराजगी जताते हुए कहा कि सत्ताधारी भाजपा देश के किसी भी चुनाव में पारदर्शिता नहीं चाहती और सहकारिता से लेकर निकाय, पंचायत, विधानसभा और लोकसभा सारे चुनावों को गलत तरीकों से प्रभावित करने का काम कर रही है।
प्रतिनिधिमंडल में वीरेंद्र रावत, चौधरी योगेन्द्र सिंह राठी, चौधरी वीरेंद्र सिंह, सचिन चौधरी, दीपक कुमार, विक्रांत प्रधान, संजय प्रधान, देवेंद्र सिंह, अनुज सलार, अंकित जटराना आदि मौजूद रहे।
(Udaipur Kiran) / विनोद पोखरियाल
