
शिमला, 9 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । भाजपा के वरिष्ठ नेता त्रिलोक जम्वाल ने कहा है कि हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार पंचायती राज चुनावों से डरकर भाग रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार जानबूझकर ऐसे कदम उठा रही है, जिनसे साफ झलकता है कि वह इन चुनावों को दो वर्ष तक टालना चाहती है।
त्रिलोक जम्वाल ने गुरूवार को एक बयान में कहा कि कांग्रेस सरकार पहले तो मंत्रिमंडल में चुनावों को आगे बढ़ाने का प्रस्ताव लेकर आई, फिर चुनाव आयोग से सीधा टकराव मोल लिया। अब सरकार यह बहाना बना रही है कि जनगणना नहीं हुई, इसलिए चुनाव नहीं कराए जा सकते। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा बार-बार नए कारण बताना इस बात का संकेत है कि कांग्रेस को जनता के बीच जाने से डर लग रहा है।
भाजपा नेता ने कहा कि अब तो हालात यह हैं कि राज्य के कई जिलों के उपायुक्तों ने सचिव पंचायती राज को चुनाव टालने संबंधी पत्र लिखे हैं। इनमें आपदा के कारण हुई क्षति और राहत कार्यों का हवाला दिया गया है। कहा गया है कि कई जगह सड़कों और रास्तों को नुकसान पहुंचा है तथा मनरेगा के तहत कार्य जारी हैं। इस कारण प्रशासनिक स्तर पर चुनाव कराना व्यावहारिक नहीं है।
त्रिलोक जम्वाल ने आरोप लगाया कि यह सब सरकार के इशारे पर हो रहा है। उन्होंने कहा कि जब मुख्यमंत्री खुद आदेश देंगे तभी अधिकारी चुनाव टालने की सिफारिश करेंगे। यही कारण है कि मुख्य सचिव को अतिरिक्त कार्यभार दिया गया ताकि सरकार के दबाव में निर्णय लिए जा सकें।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार को स्पष्ट रूप से पता है कि यदि अभी चुनाव हुए तो जनता उन्हें पूरी तरह नकार देगी। इसलिए सरकार हर संभव तरीका अपनाकर चुनावों को टालना चाहती है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की 3615 पंचायतों और 73 नगर निकायों में इसी वर्ष चुनाव होने हैं, लेकिन सरकार द्वारा अब तक आरक्षण रोस्टर तक जारी नहीं किया गया है। त्रिलोक जम्वाल ने कहा कि सरकार की यह तानाशाही ज्यादा समय तक नहीं चलेगी, क्योंकि जब भी चुनाव होंगे, जनता कांग्रेस को करारी हार देगी।
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(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा
