
अंबिकापुर, 23 जुलाई (Udaipur Kiran) । सरगुजा जिले में नगर निगम अंबिकापुर द्वारा करीब 3.34 करोड़ रुपए की लागत वाले निर्माण कार्यों के 26 टेंडरों को निविदा तिथि के अंतिम दिन अचानक रद्द किए जाने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। निगम में नेता प्रतिपक्ष शफी अहमद ने इसे शहरवासियों के साथ सीधा धोखा बताते हुए नगर निगम प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। शफी अहमद ने कहा कि टेंडर रद्द करना आयुक्त का अधिकार दुरुपयोग है, जिसे राजनीतिक दबाव में किया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि इन टेंडरों से भाजपा कार्यकर्ताओं को लाभ नहीं मिल रहा था, इसलिए इन्हें निरस्त कराया गया।
900 फॉर्म बिकने के बाद अचानक टेंडर निरस्त
नगर निगम ने 26 जून को लगभग 3.34 करोड़ रुपए की सीसी रोड, नाली निर्माण और पैच रिपेयरिंग से संबंधित टेंडर जारी किए थे। निविदा जमा करने की अंतिम तिथि 23 जुलाई और खोलने की तिथि 25 जुलाई तय की गई थी। इस बीच निगम द्वारा करीब 900 निविदा फॉर्म बेचे गए, जिससे 6.81 लाख रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ। लेकिन 23 जुलाई को टेंडर बिना कोई स्पष्ट कारण बताए रद्द कर दिए गए।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि नगर निगम में भारी बहुमत से सत्ता में आने के बाद भाजपा ने ट्रिपल इंजन सरकार की बात कही थी, लेकिन परिणामस्वरूप शहर की स्थिति और खराब हो गई है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की घोषणा के बावजूद अब तक शहर की सड़कों की मरम्मत के लिए 20 करोड़ रुपए की राशि जारी नहीं की गई है। शफी अहमद ने बताया कि बारिश पूर्व कोई तैयारी नहीं की गई, जिसके चलते पहली बार शहर के कई इलाकों में जलभराव की स्थिति बनी। खुले नालों, टूटी सड़कों और खराब स्ट्रीट लाइट्स से लोग परेशान हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि आगामी एक सप्ताह में व्यवस्था नहीं सुधरी, तो कांग्रेस आंदोलन करेगी।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष बालकृष्ण पाठक ने आरोप लगाया कि टेंडर रद्द करने का एकमात्र कारण यह है कि भाजपा कार्यकर्ताओं को इससे लाभ नहीं मिला। उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है मानो महापौर शहर की नहीं, भाजपा कार्यकर्ताओं की महापौर बन गई हैं।
स्वच्छता सुपर लीग में पहला स्थान, कांग्रेस कार्यकाल की उपलब्धि
शफी अहमद ने अंबिकापुर को स्वच्छता सुपर लीग में प्रथम स्थान मिलने पर नगरवासियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि 2022 से 2024 तक कांग्रेस के नेतृत्व में हुए कार्यों का परिणाम है, जिसमें स्वच्छता दीदियों और कर्मचारियों की अहम भूमिका रही है। अब इस उपलब्धि को बनाए रखना भाजपा-शासित निगम की जिम्मेदारी है।
(Udaipur Kiran) / पारस नाथ सिंह
