
जींद, 11 सितंबर (Udaipur Kiran) । जींद में भारतीय मानक ब्यूरो की टीमों द्वारा ज्वैलर्स की दुकानों पर की गई जांच को लेकर हड़कंप मच गया। लोगों में उक्त दुकानों से खरीदे गए गहनों को लेकर भ्रम की स्थिति पैदा हो गई। जिसके बाद गुरुवार को उक्त दुकानों मालिकों ने अपनी स्थिति स्पष्ट की।
पाल ज्वैलर्स के दीपक वर्मा और सतपाल की शॉप पर भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) द्वारा बुधवार को जांच की गई थी।
पाल ज्वैलर्स के दीपक वर्मा और सतपाल उर्फ पाल गुरूवार को पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ग्राहक ऐसा बिल्कुल भी नही सोचें कि उन्हें नकली माल दिया गया है। क्योंकि यह उनका नया काम नही है बल्कि सौ साल से भी ज्यादा पुरानी दुकान है। जब एचयूआईडी था भी नही तो तब भी कोई शिकायत नही आई है, सामान को लेकर। न पहले दिक्कत आई और ना आगे आएगी। ग्राहकों को चिंता करने की कोई बात नही है। यह सामान पहले भी पास हुआ है और आगे भी होता रहेगा। बीआईएस टीम ने जो बुधवार को कार्रवाई की है, उसमें जो उनका सामान था, वो डायमेंड सीट्स का था, वो सामान नकली नही था। बीआईएस टीम द्वारा प्रतिवर्ष छह माह या साल में ऐसी कार्रवाई की जाती है।
बाकायदा ज्वैलर्स शॉप से सैंपल लिए जाते हैं और उन्हें लैबोरेटरी भेजा जाता है। यह पहले भी होता रहा है और आगे भी होता रहेगा। आजतक उनकी शॉप से जितने भी सैंपल लिए गए हैं, वो सब पास हुए हैं। बाकाया सैंपल पास का प्रूफ भी उनके पास है। जो सैंपल गए हैं, कभी उस पर कोई दिक्कत नही आई है। उनकी शॉप के सभी सैंपल पास होते आए हैं और जो बुधवार को कार्रवाई के दौरान लिए गए हैं, वो भी पास होंगे। उनकी शॉप से लिएसैंपल में जितना कैरेट सोने पर लिखा होता है, उतना ही पास होकर आया भी है।
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(Udaipur Kiran) / विजेंद्र मराठा
