
बलिया, 30 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश के बलिया जनपद की पहचान ऐतिहासिक ददरी मेला की तैयारियां जोरों पर हैं। पांच नवंबर से लगने वाला ददरी मेला इस बार नए कलेवर और व्यवस्थित स्वरूप में दिखेगा। जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने मेला क्षेत्र का नक्शा स्वीकृत कर पार्किंग से लेकर प्रदर्शनी व दुकानाेंं तक की व्यवस्था काे अमलीजामा पहनाने के निर्देश दिए हैं।
इस बार मेला क्षेत्र में आस्था, राष्ट्रीयता और बलिया की सांस्कृतिक धरोहर को विशेष रूप से प्रदर्शित किया जाएगा। जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह के अनुसार ददरी मेले में बनाए जाने वाले चौराहों को धार्मिक और सांस्कृतिक थीम पर सजाया जाएगा। इनमें महर्षि भृगु चौराहा, दर्दर मुनि चौराहा, मां दुर्गा शक्ति चौराहा, श्री गणेश चौराहा, शहीद चौक और सूरजताल जैसे स्थल बलिया की परंपरा और पहचान को दर्शाएंगे।
भारतेंदु मंच पर शास्त्रीय और लोक विधा की झलक
मेला क्षेत्र में इस बार भी भारतेंदु मंच लगाया जाएगा। जिसमें शास्त्रीय विधा को प्राथमिकता दी जाएगी। साथ ही लोक शैली की भी झलक मेले में आए लाेगाें को देखने को मिलेगी। इसके साथ ही सरकारी योजनाओं की प्रदर्शनी भी आकर्षण का केंद्र बनेगी। मेला में इस वर्ष कृषि, समाज कल्याण, पंचायतीराज सहित विभिन्न विभागों की ओर से विभिन्न याेजनाओं से जुड़ी प्रदर्शनी लगाई जाएगी, ताकि लोगाें काे जानकारी प्राप्त हाे सके और वे उनका लाभ व जुड़ सकें।
वेंडरों के लिए आरक्षित स्थान
मेला क्षेत्र में 70 फीट चौड़े मार्ग बनाए जा रहे हैं। जिनके मध्य में तहबाजारी के लिए छह गुणे छह फीट के स्थान आरक्षित किए जाएंगे। इससे करीब 2000 से अधिक फुटकर दैनिक वेंडर को जगह मिल सकेगी। इस बार 700 से अधिक दुकानें लगाई जाएंगी, जो पिछले वर्ष की तुलना में 100 अधिक हैं। व्यापारियों को प्रति लठ्ठा 10 वाट मुफ्त बिजली उपलब्ध कराई जाएगी।
शिकायत प्रकोष्ठ व कैंप सक्रिय
व्यापारियों की सुविधा और समस्याओं के समाधान काे लेकर शिकायत प्रकोष्ठ बनाया गया है, जिसके प्रभारी अपर जिलाधिकारी होंगे। उनके सहयोग के लिए दो डिप्टी कलेक्टर भी तैनात किए गए हैं। मेला क्षेत्र में आज से राजस्व टीम और नगर पालिका टीम का कैंप सक्रिय हो गया है। तीन दिन में मेला क्षेत्र का स्वरूप स्पष्ट दिखने लगेगा।
व्यवस्थित पार्किंग की व्यवस्था
इस बार मुख्य मार्ग के किनारे चार पार्किंग स्थल बनाए गए हैं, जिनका ठेका हो चुका है। इन पार्किंग स्थलों को व्यवस्थित रूप से संचालित किया जाएगा, जिसमें एआरटीओ से जुड़ा स्टाफ भी सहयोग करेगा।———
(Udaipur Kiran) / नीतू तिवारी