नाहन, 24 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । केंद्र और हिमाचल प्रदेश सरकार जहां सड़कों की गुणवत्ता को बेहतर बनाने पर जोर दे रही है वहीं विभाग और ठेकेदार सरकार की योजनाओं को पलीता लगा रहे हैं। मोटी कमाई के चक्कर में सड़क निर्माण के मापदंडों को दरकिनार किया जा रहा है। उत्तराखंड को जोड़ने वाली कफोटा से जोंग सड़क के चौड़ीकरण के काम में ऐसी ही खामियां उजागर हो रही हैं। सड़क की कटिंग को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं। स्थानीय लोगों का आरोप है कि कई स्थानों पर बेहद कम कटिंग की गई है और कई स्थानों पर कटिंग के मलबे की अवैध डंपिंग की गई है। सड़क निर्माण में उपयोग हो रही सामग्री पर सबसे अधिक गंभीर सवाल उठे हैं।
आरोप है कि सड़क निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया जा रहा है। बार-बार मामले उजागर होने के बाद भी विभाग ने ठेकेदार के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की है। जिसकी वजह से पीडब्ल्यूडी विभाग की कार्यप्रणाली को लेकर स्थानीय लोग हैरान है। स्थानीय रति राम चौहान का कहना है कि ठेकेदार मापदंडों को दरकिनार कर अपनी मर्जी से काम कर रहा है और विभाग के अधिकारी इस और ध्यान नहीं दे रहे हैं। ऐसे में विभागीय अधिकारियों की ठेकेदार के साथ मिली भगत की आशंका जताई जा रही है। इस सड़क के कफोटा के निचले बाजार के हिस्से में कुव्यवस्था को लेकर स्थानीय व्यापारियों ने आज उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान से भी शिकायत की।
स्थानीय लोगों ने कहा कि बाजार वाले हिस्से को ना तो पक्का किया गया है ना गड्ढों को भर गया है और ना ही गंदे पानी की नालियों का निर्माण किया गया है। जिसकी वजह से निचले बाजार में गड्ढों और गंदगी का साम्राज्य है। व्यापारियों की शिकायत पर उद्योग मंत्री ने संबंधित अधिकारियों से फोन पर बात की और उन्हें को व्यवस्था को जल्द सुधरने के निर्देश दिए। उद्योग मंत्री ने स्थानीय व्यापारियों को आश्वासन दिया कि सड़क निर्माण में उजागर हो रही खामियों को जल्द दूर किया जाएगा।
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(Udaipur Kiran) / जितेंद्र ठाकुर
