
वाराणसी, 25 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश के वाराणसी स्थित 11वीं एनडीआरएफ बटालियन के साहुपुरी कैंपस में शनिवार से चार दिवसीय अंतर-बटालियन राहत-बचाव उपकरण प्रतियोगिता का शुभारंभ हुआ। इस प्रतियोगिता में विभिन्न आपदाओं के दौरान उपयोग होने वाले उन्नत संचार और बचाव उपकरणों के संचालन में जवानों की पेशेवर दक्षता का परख हो रही है।
प्रतियोगिता के तहत सेटेलाइट से संचालित क्विक डिप्लॉयमेंट एंटीना, हाई फ्रिक्वेंसी एवं वेरी हाई फ्रिक्वेंसी उपकरणों सहित अनेक अत्याधुनिक तकनीकों को शामिल किया गया है। इसके अलावा “वन मिनट ड्रिल” प्रतियोगिता के माध्यम से कॉलैप्स स्ट्रक्चर सर्च एंड रेस्क्यू ऑपरेशन तथा अन्य आपदा परिस्थितियों में उपयोग होने वाले उन्नत उपकरणों का भी प्रदर्शन किया जा रहा है।
प्रतियोगिता में केमिकल, बायोलॉजिकल, रेडियोलॉजिकल और न्यूक्लियर आपदाओं में इस्तेमाल की जाने वाली पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (पी पी ई) को भी शामिल किया गया है। इसका उद्देश्य आपदा के समय बचाव दलों द्वारा इन उपकरणों के कुशल एवं प्रभावी उपयोग की क्षमता को परखना है।
इस अवसर पर कार्यवाहक कमांडेंट एवं द्वितीय कमान अधिकारी संतोष कुमार ने प्रतियोगिता में भाग ले रहे विभिन्न वाहिनियों के प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि एनडीआरएफ के बचावकर्मियों को अक्सर अत्यंत चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में राहत व बचाव कार्य करना पड़ता है। ऐसे में भारी उपकरणों का त्वरित और सुरक्षित उपयोग अत्यंत आवश्यक होता है। इस प्रकार की प्रतियोगिताएं जवानों की दक्षता बढ़ाने के साथ ही उन्हें कम से कम समय में अधिक प्रभावी व सुरक्षित तरीके से राहत कार्य करने के लिए प्रेरित करती हैं।
इस प्रकार की प्रतियोगिता से बचाव कार्मिकों को अपनी क्षमता को बढ़ाने व कम से कम समय में बेहतर व सुरक्षित तरीके से राहत-बचाव कार्य करने की क्षमता में सुधार करने की प्रेरणा मिलती है।
(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी
