
रांची, 21 जुलाई (Udaipur Kiran) । केन्द्रीय सरना समिति का प्रतिनिधिमंडल ने झारखंडी लोकसंगीत में बढ़ती फूहड़ता और सांस्कृतिक प्रदूषण के खिलाफ सोमवार को डीजीपी अनुराग गुप्ता को ज्ञापन सौंपा।
समिति के अध्यक्ष बबलू मुंडा की अगुवाई में यह प्रतिनिधिमंडल डीजीपी से मिलकर झारखंड की भाषा-संस्कृति की गरिमा बचाने की मांग की।
मौके पर बबलू मुंडा ने कहा कि झारखंड की असली पहचान उसकी लोक भाषाओं, आदिवासी परंपराओं और सांस्कृतिक विरासत से है, लेकिन हाल के वर्षों में अश्लील और नारी विरोधी गीतों के कारण सामाजिक माहौल बिगड़ रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसे गीत आदिवासी अस्मिता को गहरी चोट पहुंचा रहे हैं और युवा पीढ़ी को भ्रमित कर रहे हैं।
समिति की मांगों में सोशल मीडिया और यूट्यूब पर प्रसारित अशोभनीय वीडियो पर साइबर सेल की ओर से कार्रवाई करने, मंचीय कार्यक्रमों और सोशल मीडिया पर सांस्कृतिक मर्यादा के उल्लंघन पर प्रशासनिक निगरानी रखने और कलाकारों को शालीन लोकगीतों के लिए प्रोत्साहित करना शामिल है।
मौके पर केन्द्रीय सरना समिति अध्यक्ष बबलू मुंडा, महासचिव महादेव टोप्पो,पवन रॉय, पंकज रॉय, रमन गुप्ता, मनोज शहरी, मोनू राज, कवि किशन,अमित तिर्की सहित अन्य मौजूद थे।
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(Udaipur Kiran) / Manoj Kumar
