
रांची, 16 जून (Udaipur Kiran) । आगामी 19 और 20 जून को झारखंड गौ सेवा आयोग के तत्वावधान में पारिस्थितिकी संतुलन और आधुनिकता के परिप्रेक्ष्य में गौ सेवा के क्षेत्र में उभरती चुनौतियां और संभावनाएं विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा।
कार्यशाला में विभिन्न राज्यों से वक्ता और प्रतिनिधि भाग लेंगे। यह कार्यशाला गौ संरक्षण और गौ संवर्धन की दृष्टिकोण से झारखंड में नीति निर्धारण की दिशा में मिल का पत्थर साबित होगा। यह जानकारी गौ सेवा आयोग अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद ने सोमवार को रांची प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस वार्ता में दी।
उन्होंने कहा कि यह कार्यशाला गौ सेवा के महत्व वर्तमान चुनौतियों और संभावनाओं पर देश के प्रख्यात वक्ताओं के विचारों को सुनने एवं समझने का अवसर प्रदान करेगा। इससे राज्य के गौ पालक और गौशाला संचालन में लगी समितियों एवं इस क्षेत्र में कार्यरत उद्यमियों को लाभ मिलेगा। उन्होंंने कहा कि कार्यशाला के मंथन से निकलने वाले सकारात्मक विचारों से भविष्य में हमारी गौशालाएं आत्मनिर्भर बनेंगी। साथ ही साथ राज्य में गौ संरक्षण और संवर्धन नीति और अधिक अधिक सशक्त सिद्ध होगी।
पोषक माता के रूप में पूजनीय है गाै
प्रसाद ने कहा की गाय, हमारी संस्कृति में केवल एक पशु नहीं, बल्कि एक पोषक माता के रूप में पूजनीय रही है। मौजूदा भागदौड की जिन्दगी और एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ में हमारी गौ सेवा की भावना पीछे छूटती जा रही है। शहरों में बढ़ती दूध की मांग, मिलावटी व्यापार के कारण हमारी स्वदेशी नस्ल की गाएं औद्योगिकीकरण की धारा से पीछे छूट गई हैं। नतीजतन लोग स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का शिकार हो रहे है। इससे न केवल मानव स्वास्थ्य प्रभावित हुआ है, बल्कि पारिस्थितिक संकट भी पैदा हुआ है।
ये होंगे वक्ता
प्रसाद ने बताया कि कार्यशाला में वक्ता के रूप में सुनील मानसिंहका, डॉ वल्लभभाई कथीरिया, डॉ सत्यप्रकाश वर्मा
देवाराम पुरोहित, मदन कुशवाहा, सिद्धार्थ जायसवाल, डॉ आरके पुंडीर, डॉ अखिलेश पांडेय, डॉ एसके मित्तल, मनोज कुमार, अजय भरतिया और सुदर्शन विश्वास होंगे।
उन्होंने बताया कार्यशाला का उद्घाटन कृषि और पशुपालन मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की करेंगी। उद्घाटन सत्र में विभागीय सचिव अबु बकर सिद्दिकी पशुपालन निदेशक किरण पासी भी शामिल रहेंगी।
मौके पर गौ सेवा आयोग के उपाध्यक्ष राजू गिरी ने बताया कि कार्यशाला परिसर में स्टाल भी लगाए जाएंगे, इसमें राज्य के गौशालाओं की ओर संचालित गतिविधियों को दर्शाया जाएगा।
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(Udaipur Kiran) / Vinod Pathak
