मुंबई, 9 नवंबर (Udaipur Kiran) ।वोट चोरी और मतदाता सूची में गड़बड़ी को लेकर विवाद गहराया हुआ है। इस बीच निकाय चुनावों को लेकर महाराष्ट्र सरकार ने नई पहल की है। इसके लिए कोलंबिया पैटर्न की मदद ली जाएगी। कोलंबिया के विशेषज्ञों की टीम मुंबई आकर मार्गदर्शन करेगी।
महाराष्ट्र सहित पूरे देश की राजनीति में वोट चोरी का मुद्दा छाया हुआ है। महाराष्ट्र के निकाय चुनावों को लेकर मामला बेदल गरम है। विपक्ष राज्य सरकार और चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठा रहा है। पूछा जा रहा है कि विधानसभा चुनाव में मतदाताओं की संख्या कैसे बढ़ी? इसे लेकर राज्य सरकार और चुनाव आयोग सकते में है। अब राज्य सरकार डुप्लीकेट मतदाताओं और मतदाता सूची में गड़बड़ी की समस्या का समाधान खोजने के लिए कोलंबिया पैटर्न का अध्ययन करने जा रही है। राज्य में वोटर लिस्ट का भ्रम दूर करने के लिए कोलंबिया की तकनीक का उपयोग करने की योजना बनाई जा रही है। डुप्लीकेट मतदाताओं का पता लगाने और उनके नाम कम करने या ठीक करने की कार्रवाई की जा रही है।
कोलंबिया सरकार ने जन्म और मृत्यु के रिकॉर्ड को मतदाता सूची से जोड़ दिया है। इससे 18 वर्ष की आयु पूरी करते ही युवाओं को मतदाता के रूप में पहचान पत्र मिल जाता है। इसके लिए कोई आवेदन नहीं करना पड़ता। किसी व्यक्ति की मृत्यु के बाद उसका नाम वोटर लिस्ट से खुद ही हट जाता है। इसलिए डुप्लीकेट वोटर की कोई गुंजाइश नहीं रहती। अधिकारियों का कहना है कि इस पद्धति का भारत में इस्तेमाल किया जा सकता है या नहीं, इसका परीक्षण चल रहा है। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एस. चोकलिंगम के हवाले से दावा किया गया है कि कोलंबिया की टीम मुंबई आने वाली है और राज्य के निर्वाचन अधिकारियों के साथ धारावी के कुछ हिस्सों का निरीक्षण करेगी। हालांकि अभी केंद्र सरकार और केंद्रीय चुनाव आयोग से इसकी अनुमति नहीं मिली है। अनुमति मिलते ही आगे का निर्णय लिया जाएगा।
—————
(Udaipur Kiran) / वी कुमार