Jharkhand

खुले में मेडिकल वेस्ट फेंकने वालों पर होगी कार्रवाई : सीओ

ग्रामीणों से बात करते अधिकारी
खुले में फेंका गया बायोमेडिकल वेस्ट

रामगढ़, 19 सितंबर (Udaipur Kiran) । सदर प्रखंड क्षेत्र के हेसला गांव में बायोमेडिकल जेनेटिक प्लांट का जहरीला कचरा खुले मैदान में फेंका जा रहा था। बारिश के दौरान बायो मेडिकल वेस्ट सड़ कर पूरे इलाके को प्रदूषित करने लगा। ग्रामीणों ने इस मामले की शिकायत जिले के अधिकारियों से की। शुक्रवार को रामगढ़ अंचल अधिकारी रमेश रविदास गांव में पहुंचे और इस पूरे मामले की जांच की। उन्होंने बताया कि हेसला गांव के कानाटांड टोला में बायोमेडिकल जेनेटिक प्लांट का जहरीला कचरा फेंका गया था। जिले के अन्य अधिकारियों के साथ उन्होंने इस मामले की जांच की।

संतोष करमाली अपने खेत में डलवा रहा था कचरा

अंचल अधिकारी रमेश रविदास ने बताया कि जांच में यह स्पष्ट हुआ कि गांव का ही संतोष करमाली बिना किसी अनुमति के और बिना ग्रामीणों के सहमति से बायो मेडिकल जेनेटिक प्लांट का जहरीला कचरा अपने खेत में डलवा रहा था। उसके इस मनमानी तरीके से पूरे गांव में प्रदूषण फैल गया था। उसने अपने खेत में ही गड्ढा खुदवा कर बायो मेडिकल जेनेटिक प्लांट का कचरा गिरवाया था। प्रदूषण से परेशान सैकड़ों ग्रामीणों ने बताया कि डंपिंग कचरे के कारण पूरे इलाके में दुर्गंध फैल गई है। उस इलाके में कई गंभीर बीमारियों से लोग ग्रसित हो रहे हैं।

ग्रामीणों ने जांच कार्यालय अधिकारियों को बताया कि बायो मेडिकल जेनेटिक प्लांट का गार्ड दिनेश मुंडा प्लांट का गेट कभी नहीं खोलता है। जब भी ग्रामीण उसे बोलते हैं, तो वह अपने मालिक डॉ कृष्ण सिंह के नहीं होने की बात कहता है। ग्रामीणों ने अधिकारियों को बताया कि अगर अभिलंब बायो मेडिकल वेस्ट को फेंका नहीं गया तो महामारी की समस्या उत्पन्न हो सकती है।

सभी लोगों पर होगी कार्रवाई

अंतर अधिकारी रमेश रविदास ने बताया कि बिना अनुमति के खुले में बायो मेडिकल वेस्ट फेंकना गैरकानूनी है। इससे न सिर्फ वायु प्रदूषण होता है, बल्कि जल प्रदूषण से भी बीमारियां फैलती हैं। इस मामले की जांच में जिन लोगों का भी नाम सामने आएगा, उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई होगी।

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(Udaipur Kiran) / अमितेश प्रकाश

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