

लखनऊ, 14 अगस्त (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री जी नकलची हैं। दिल्ली में कोई बात होती है उसकी नकल करते हैं। मुख्यमंत्री और भाजपा विधायकों, जनता के सवालों से बचने और उन्हें धोखा देने के लिए नया सपना दिखा कर बचना चाहते हैं। विधायक जनता की तकलीफ और परेशानी दिखा रहे हैं। लेकिन भाजपा सरकार जनता के मुद्दों से भाग रही है और उपेक्षा कर रही है। विधायकों को 24 घंटे जगाना और जबरदस्ती बैठाना अमानवीय काम है।
यह बातें समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गुरुवार को यहां चक गंजरिया स्थित संस्कृति स्कूल लखनऊ का भ्रमण करने के दौरान पत्रकारों से बातचीत में कही।
अखिलेश ने कहा कि हम सबने देखा कि विधानसभा में चर्चा के दौरान विपक्ष तो मौजूद रहा लेकिन जिस सत्तापक्ष के सभी विधायकों, मंत्रियों को मौजूद रहना चाहिए था, वह उपस्थित नहीं थे। सुनने में आ रहा है कि मंत्रियों की ड्यूटी बारी-बारी से सोने की लगी थी। जब सरकार ही मंत्रियों को सोने के लिए कह रही है तो क्या विजन डाक्यूमेंट बनेगा। भाजपा सरकार विकास विरोधी है। इनका कोई विजन नहीं हुआ। इनका एक ही विजन है लूटो, भ्रष्टाचार करो, चंदा लो।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने समाजवादी सरकार में बनाये गये संस्कृति स्कूल को बंद कर दिया। बजट नहीं दिया और बर्बाद कर दिया। भाजपा शिक्षा विरोधी है। भाजपा सरकार गरीबों को अशिक्षित बनाये रखने की साजिश कर रही है। स्कूलों को बंद कर रही है। शिक्षा समाज को खुशहाली के रास्ते पर ले जाती है। गरीबों का भाग्य बदलती है। लेकिन भाजपा सरकार शिक्षा के खिलाफ है। भाजपा गरीब और पीडीए परिवार को शिक्षा से दूर करने की साजिश कर रही है। इस सरकार ने 20 हजार प्राथमिक स्कूल बंद कर दिया समाजवादी सरकार ने आईटी सिटी बनाया। एचसीएल जैसी संस्था को लेकर आयी। जिसमें हजारों नौजवानों को नौकरी रोजगार मिला। दुग्ध क्षेत्र के विकास के लिए चक गंजरिया में अमूल और पराग के प्लांट लगाए गए। पांच-पांच लाख लीटर दूध को कलेक्ट किया जाता है। समाजवादी सरकार में पलासियों मॉल बना। भाजपा सरकार ने उसे बेच दिया।
अखिलेश ने कहा कि समाजवादी सरकार में बलिया, गाजीपुर, गोरखपुर, चंदौली, मिर्जापुर, सोनभद्र, मेरठ, मुजफ्फरनगर, नोएडा तक पूरे उत्तर प्रदेश के विकास के लिए काम हुआ था। समाजवादी सरकार में लखनऊ, वाराणसी, कानपुर, आगरा में मेट्रो, चलाने के लिए डीपीआर बनी बजट दिया गया मेट्रो चलायी गयी। समाजवादियों की कोशिश थी कि वाराणसी में भी मेट्रो बने। डीपीआर बन गया। बजट दिया गया लेकिन भाजपा सरकार ने रोक दिया। वरूणा नदी पर कारीडोर बनाया गया, उसे रोक दिया। मीरजापुर से वाराणसी, सोनभद्र जोड़ने के लिए फोरलेन सड़क दी गयी। सोनभद्र में बिजली के प्लांट लगाये गये।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि बिजली उत्पादन बढ़ाने के लिए मीरजापुर में सोलर और थर्मल प्लांट लगाने के लिए जमीन निजी क्षेत्र को ट्रांसफर किया गया। यह सरकार कुंभ सुचारू ढंग से नहीं करा पायी। हजारों करोड़ खर्च कर भी कुंभ ठीक से नहीं करा पाये। भगदड़ मची। लोगों की जान चली गयी। भाजपा सरकार ने मृतकों की सही सूची नहीं दिया। सरकार ने कहा था कि सौ करोड़ लोगों के स्नान करने का इंतजाम है लेकिन कुछ करोड़ लोगों के स्नान के लिए इंतजाम नहीं कर पायी। समाजवादी सरकार में हुए महाकुंभ की पूरी दुनिया में तारीफ हुई थी। हावर्ड विश्वविद्यालय ने उस समय कुंभ के सफल आयोजन पर स्टडी की थी।
उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी द्वारा चुनाव आयोग को मतदाता सूची में डिलीटेड 18 हजार वोटरों की शपथ पत्र के साथ जो सूची दी गयी है उन नामों को काटने वाले अधिकारियों, कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। उपचुनाव में जिस जिले में मतदाताओं को वोट डालने से रोका गया वहां के जिलाधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए। अगर कार्रवाई हो जायेगी तो वोटर लिस्ट ठीक हो जाएगी। चुनाव निष्पक्ष होंगे कोई वोट की डकैती नहीं कर पायेगा। इस मौके पर पार्टी के राष्ट्रीय सचिव एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र चौधरी उनके साथ रहे।
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(Udaipur Kiran) / मोहित वर्मा
