इटानगर, 12 अगस्त (Udaipur Kiran) । अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने सरकारी ज़मीन और संपत्ति पर अतिक्रमण करने वालों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि राज्य अपनी राजधानी पुनर्विकास योजना को आगे बढ़ा रहा है और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।
खांडू ने राजधानी के चार सेक्टरों – बी-सेक्टर, सी-सेक्टर, पी-सेक्टर और नीति विहार में सरकारी आवास पुनर्विकास परियोजना के दूसरे चरण की आधारशिला रखने के बाद कहा, शहरी परिवर्तन के लिए योजना, अनुशासन और क्रियान्वयन ज़रूरी है। हम सब मिलकर इटानगर को एक ऐसा शहर बनाएंगे जिसे अपना घर कहने पर हमें गर्व हो।
खांडू ने इस परियोजना के जरिए राजधानी को एक आधुनिक, सुनियोजित शहर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया और कहा कि पुनर्विकास अभियान 31 मई को ए-सेक्टर बहुमंजिला आवासीय परिसर के उद्घाटन के साथ शुरू हुआ।
उन्होंने ज़ोर देकर कहा, आवास सिर्फ़ हमारे कर्मचारियों के लिए नहीं है। आम जनता के लिए किफ़ायती आवास भी हमारी प्राथमिकता है। हमारे द्वारा बनाया जाने वाला हर फ्लैट भूकंपरोधी, सुरक्षित और सम्मानजनक होना चाहिए।
दूसरे चरण में 116 आधुनिक फ्लैटों का निर्माण किया जाएगा – 48 टाइप-II, 66 टाइप-III और दो टाइप-V इकाइयां – जो 42 जीर्ण-शीर्ण टाइप-III क्वार्टरों की जगह लेंगे। नई जी+3 इमारतों में भूतल पर पार्किंग, भूकंपरोधी डिज़ाइन, हरित क्षेत्र, बेहतर अपशिष्ट प्रबंधन और सामुदायिक जीवन को बढ़ावा देने के लिए गेट वाले परिसर होंगे।
80 करोड़ रुपये की लागत वाली यह परियोजना शहरी विकास विभाग द्वारा क्रियान्वित की जाएगी और 30 अप्रैल, 2027 तक पूरी होने की उम्मीद है।
मुख्यमंत्री के साथ मौजूद शहरी मामलों के मंत्री बालो राजा ने पुनर्विकास के दौरान सरकारी भूमि को अतिक्रमण से बचाने की आवश्यकता पर बल दिया।
(Udaipur Kiran) / तागू निन्गी
