
कोलकाता, 27 जून (Udaipur Kiran) । साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज में एक छात्रा के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म के मामले ने राज्य में शिक्षा परिसरों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस घटना के विरोध में अब जादवपुर विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (जुटा) सामने आया है। जुटा ने एक बयान जारी कर दोषियों को कठोर सजा देने और सभी शैक्षणिक परिसरों में छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है।
शुक्रवार को जारी आधिकारिक बयान में जुटा ने कहा कि मुख्य आरोपित कॉलेज का ही पूर्व छात्र और कर्मी है, जिसकी सत्तारूढ़ पार्टी से करीबी संबंधों की खबरें मीडिया में सामने आई हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि लंबे समय से छात्रसंघ चुनाव न होने के कारण कॉलेजों पर अब पूर्व छात्रों का कब्जा हो गया है, और वे परिसर को असामाजिक गतिविधियों का अड्डा बना रहे हैं।
जूटो ने इस घटना की तुलना आर. जी. कर मेडिकल कॉलेज में पूर्व में घटित घटनाओं से की और कहा कि जब पीड़ितों को न्याय नहीं मिलता, तो इस तरह के अपराधों को परोक्ष रूप से प्रोत्साहन मिलता है।उन्होंने आशंका जताई कि इस बार भी पुलिस-प्रशासन मामले को दबाने की कोशिश कर सकता है, जैसा कि राज्य में पहले कई बार देखा गया है।
बयान में यह भी कहा गया कि हम त्वरित न्याय और दोषियों को उदाहरणात्मक सजा की मांग करते हैं। साथ ही, हम पितृसत्तात्मक और बलात्कार समर्थक मानसिकता के खिलाफ समाज और व्यवस्था दोनों स्तरों पर संघर्ष जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
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(Udaipur Kiran) / धनंजय पाण्डेय
