
वाराणसी, 09 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । उत्तर प्रदेश के वाराणसी नगर निगम में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करते हुए एंटी करप्शन टीम ने गुरुवार को भेलूपुर चौराहा स्थित माता सत्यवीरा मंदिर के पास निगम के एक सफाई सुपरवाइजर को चार हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया। गिरफ्तारी के बाद आरोपित को लंका थाने लाकर उसके खिलाफ विधिक कार्रवाई की गई।
एंटी करप्शन टीम के प्रभारी निरीक्षक मैनेजर सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि पीड़ित सफाईकर्मी महेन्द्र, जो कि चंदौली जनपद के इलिया थाना क्षेत्र के हड़ौरा गांव निवासी हैं, वर्तमान में रेवड़ी चौकी पर आउटसोर्सिंग के तहत कार्यरत है। महेन्द्र ने शिकायत की थी कि सुपरवाइजर रामचंद उस पर हर माह दो हजार रुपये रिश्वत देने का दबाव बना रहे थे। सुपरवाइजर की धमकी थी कि यदि महेन्द्र हर महीने यह राशि नहीं देंगे, तो उनकी हाजिरी नहीं लगाई जाएगी और उन्हें नौकरी से हटवाने की सिफारिश कर दी जाएगी। जुलाई और अगस्त माह की बकाया चार हजार रुपये की रिश्वत की मांग को लेकर जब दबाव बढ़ा, तो परेशान होकर महेन्द्र ने 20 सितम्बर को एंटी करप्शन विभाग में लिखित शिकायत दी।
शिकायत के आधार पर योजना बनाकर एंटी करप्शन टीम ने पीड़ित महेन्द्र को साथ लेकर भेलूपुर चौराहा स्थित माता सत्यवीरा मंदिर के पास बुलाया। तय योजना के अनुसार जैसे ही सुपरवाइजर रामचंद ने महेन्द्र से चार हजार रुपये लिए, टीम ने उसे रंगे हाथ पकड़ लिया। आरोपित के पास से घूस की राशि बरामद की गई और उसे तत्काल लंका थाने लाकर विधिक कार्रवाई शुरू कर दी गई।
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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी
