
गुवाहाटी, 26 अगस्त (Udaipur Kiran) । भाजपा असम प्रदेश ने मंगलवार को तथाकथित सिटिजन सोसाइटी पर तीखा प्रहार करते हुए आरोप लगाया कि यह संस्था कांग्रेस पार्टी की “एस्कॉर्ट सर्विस” बन चुकी है और असम में अशांति फैलाने के लिए अरबन नक्सलियों को आयात कर रही है।
भाजपा मुख्यालय अटल बिहारी वाजपेयी भवन में पत्रकारों को संबोधित करते हुए भाजपा प्रवक्ता रंजीब कुमार शर्मा ने कहा कि डॉ. हीरेन गोहाईं, सांसद अजीत कुमार भुइयां, डॉ. अपूर्व कुमार बरुवा और परेश मलाकर के नेतृत्व वाली यह संस्था अब कांग्रेस के राजनीतिक हित साधन का मंच बन चुकी है।
उन्होंने कहा, “जब भी कांग्रेस राजनीतिक या सामाजिक रूप से घिर जाती है, यह तथाकथित सिटिजन सोसाइटी उसकी ढाल बन जाती है। असम की जनता अब इनके असली चेहरे को पहचान चुकी है—ये लोग कांग्रेस के पेरोल पर काम करते हैं और बाहरी तथाकथित बुद्धिजीवियों को यहां मंच उपलब्ध कराते हैं।”
शर्मा ने आरोप लगाया कि सोसाइटी का मुख्य एजेंडा सिर्फ सेमिनार और प्रेस मीट आयोजित कर कांग्रेस–समर्थित वामपंथी इंटेलेक्चुअलों को मंच देना है। उन्होंने सैयदा हमीद, हर्ष मंदर, प्रशांत भूषण, वजाहत हबीबुल्ला, जवाहर सिरकार और राणा अय्यूब जैसे नाम गिनाते हुए कहा कि यूपीए शासनकाल में इन्हें पद, पुरस्कार और विशेषाधिकार दिए गए थे।
उन्होंने दावा किया कि इनसे जुड़े कई एनजीओ ने यूपीए के समय करोड़ों रुपये हड़पे थे, लेकिन मोदी सरकार आने के बाद ऐसे कई एनजीओ की विदेशी फंडिंग रोक दी गई और पंजीकरण रद्द कर दिए गए। उन्होंने कहा, “ऐसे में ये तत्व अब मोदी सरकार और असम की शांति के खिलाफ ज़हर उगल रहे हैं।”
शर्मा ने कांग्रेस–अर्बन नक्सल गठजोड़ पर हमला बोलते हुए कहा कि असम में सिटिजन सोसाइटी इसी एजेंडे पर काम कर रही है, जिसका मकसद सामाजिक सौहार्द बिगाड़ना और राज्य की स्थिरता को तोड़ना है।
उन्होंने कहा, “भाजपा असम प्रदेश इन गतिविधियों की कड़ी निंदा करता है, क्योंकि यह कांग्रेस–अर्बन नक्सल नेटवर्क का हिस्सा है जिसका उद्देश्य असम की शांति और विकास को नुकसान पहुंचाना है।”
इस अवसर पर भाजपा प्रवक्ता डॉ. ज़फरीन मेहजबीन भी मौजूद रहीं।
(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश
