Uttar Pradesh

इतिहास की गोद में चुनार दुर्ग, विदेशी सैलानियों ने कैमरे में कैद किए अनमोल पल

चुनार किले का अवलोकन करते विदेशी पर्यटक।

– भर्तृहरि की समाधि और सोनवा मंडप की नक्काशी ने विदेशी मेहमानों को किया मंत्रमुग्ध

मीरजापुर, 17 सितंबर (Udaipur Kiran) । ऐतिहासिक चुनार दुर्ग की भव्यता और कला ने बुधवार को विदेशी सैलानियों को अपनी ओर आकर्षित किया। राजमहल क्रूज एमवी फाइव स्टार से आए 11 सदस्यीय पर्यटकों का दल चुनार के रामघाट किले पहुंचा और वहां की ऐतिहासिक धरोहरों को नजदीक से देखने का मौका पाया।

पर्यटकों ने सोनवा मंडप की अद्भुत नक्काशी और योगीराज भर्तृहरि की समाधि के दर्शन किए। समाधि स्थल पर गाइड अखिलेश कुमार से जीवन और समाधि की कहानी सुनते ही सभी सैलानियों के चेहरों पर उत्साह और संतोष साफ झलकने लगा। उन्होंने कहा कि भारतीय इतिहास और संस्कृति का यह जीवंत प्रतीक उनके लिए बेहद रोमांचक और यादगार अनुभव है।

किले की प्राचीन दीवारें, कलात्मक झरोखे और शानदार स्थापत्य देखकर सभी विदेशी पर्यटक भारतीय कला और स्थापत्य की समृद्धि के कायल हो गए। इसके बाद पर्यटक दल किले के दक्षिणी छोर स्थित ब्रिटिश कब्रिस्तान भी गया। हालांकि मुख्य द्वार पर ताला होने के कारण उन्होंने चारदीवारी से ही कब्रों का अवलोकन किया, लेकिन गाइड द्वारा साझा की गई जानकारी को उन्होंने बेहद रोचक पाया।

चुनार भ्रमण के दौरान सैलानियों ने दरगाह शरीफ मुहल्ले में कालीन और दरी बुनाई की पारंपरिक कला देखी और स्थानीय कारीगरों की प्रतिभा की सराहना की। इसके साथ ही चुनार के प्रसिद्ध मूर्ति उद्योग की बारीकियों को भी नजदीक से समझा।

पूरे भ्रमण के दौरान पर्यटक दल ने दुर्ग और धरोहरों की तस्वीरें एवं वीडियो कैमरे में कैद किए। योगीराज भर्तृहरि की समाधि पर श्रद्धा और उत्सुकता से दर्शन करने के बाद उन्होंने इस यात्रा को आत्मिक और अविस्मरणीय अनुभव बताया। ऑस्ट्रेलिया के जॉन, रिचर्ड, नाडा, कैरोल और अमेरिका की क्रिस्टीनी सहित अन्य पर्यटकों ने इसे भारतीय संस्कृति से जुड़ने का बेहतरीन अवसर कहा।

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(Udaipur Kiran) / गिरजा शंकर मिश्रा

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