West Bengal

बाढ़ग्रस्त घाटाल में नाव से स्कूल पहुंचे रहे बच्चे

बाढ़ग्रस्त घाटाल में नाव से स्कूल पहुंचे रहे बच्चे

पश्चिम मेदिनीपुर, 08 अगस्त (Udaipur Kiran) । बाढ़ से तबाह घाटाल में छात्र स्कूल पहुंचनेे के लिए नावों का सहारा ले रहे हैं। यह सफ़र घर से नाव से शुरू होता है और स्कूल पहुंचकर खत्म होता है। वे अपनी जान जोखिम में डालकर स्कूल पहुंच रहे हैं। इसको लेकर शिक्षकों और अभिभावक काफी चिंतित हैं।

घाटाल में हर साल बाढ़ आती है। पश्चिम मेदिनीपुर के इस इलाके में लगभग हर घर में पानी घुस जाता है। वर्तमान में हालात ऐसे हो गए हैं कि स्थानीय प्रशासन को अस्थायी राहत शिविर लगाने पड़े हैं। इलाके का पूरा जन-जीवन एक बड़ी चुनौती का सामना कर रहा है। छात्रों को भी इसकी कीमत चुकानी पड़ रही है। उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है। आरोप है कि इलाके के एक स्कूल ने बाढ़ की बिगड़ती स्थिति और बढ़ते पानी के कारण परीक्षा स्थगित कर दी थीं। लेकिन बाकी दो स्कूलों में परीक्षा सामान्य रूप से चल रही हैं।

अभिभावकों का सवाल है कि उन दोनों स्कूलों में परीक्षा अस्थायी रूप से स्थगित क्यों नहीं की गईं? बाढ़ की स्थिति सुधरने के बाद भी परीक्षा आयोजित की जा सकती थीं। छात्र पानी पार करके स्कूल कैसे जाएंगे? अगर छात्रों को पानी पार करते समय कोई खतरा हुआ, तो उसकी ज़िम्मेदारी कौन लेगा?

शिक्षकों के अनुसार, इस बार बाढ़ के कारण स्कूल बंद नहीं किया गया है। ऐसा इसलिए है क्योंकि कक्षा नौ से 11 तक के छात्रों के पंजीकरण के साथ-साथ अन्य काम भी चल रहे हैं।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को घाटाल का दौरा किया था। उन्होंने सवाल उठाया था कि हर साल मानसून के दौरान घाटाल क्यों पानी में डूब जाता है और केंद्र की भाजपा सरकार और डीवीसी को कटघरे में खड़ा किया था।

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(Udaipur Kiran) / धनंजय पाण्डेय

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