
भागलपुर, 23 अगस्त (Udaipur Kiran) । जिले के नाथनगर प्रखंड के बरारीपुर मास्कन मध्य विद्यालय का भवन बेहद जर्जर हो चुका है। भवन इस हालत में पहुंच गया है कि किसी भी वक्त उसके ढहने का खतरा बना हुआ है।
छत से लगातार पानी टपकता है, दीवारों में सीलन और गहरी दरारें पड़ चुकी हैं। कई जगह मलवा टूटकर गिर रहा है और कमरों की हालत भूतिया हवेली जैसी प्रतीत होती है। पंखा-लाइट तक चोरी हो जाते हैं। विद्यालय में न तो पंखे हैं और न ही प्रकाश की उचित व्यवस्था। जो भी विद्युत व्यवस्था लगाई जाती है, वह चोरी की भेंट चढ़ जाती है। यहां तक कि चोर तार तक उखाड़ ले जाते हैं। विद्यालय परिसर में खिड़की और दरवाजे तक नहीं बचे हैं। बाउंड्री वॉल पार करके असामाजिक तत्व और नशाखोर स्कूल में घुस जाते हैं और यहां नशा करते हैं।
इस कारण विद्यार्थियों और शिक्षकों की सुरक्षा पर भी सवाल खड़े हो गए हैं। फिलहाल 141 बच्चों का नामांकन है। जिसमें औसतन 100 से अधिक विद्यार्थी उपस्थित रहते हैं। मगर इतनी बड़ी संख्या के बच्चों के लिए शिक्षकों की भारी कमी है। विद्यालय में कुल तीन शिक्षक पदस्थापित हैं, जिनमें से एक महिला शिक्षिका निलंबित हैं। प्रधानाध्यापक प्रीतम कुमार चुनाव आयोग के कार्य में व्यस्त हैं। नतीजतन, पूरे विद्यालय का भार एकमात्र शिक्षक पर आ चुका है।
शिक्षक अभिषेक कुमार ने बताया कि बच्चों को जर्जर कमरों में पढ़ाना जोखिम भरा है, इसलिए मजबूरी में उन्हें बरामदे में बैठाकर पढ़ाया जाता है, ताकि किसी तरह की अनहोनी से बचा जा सके। विद्यालय भवन की मरम्मत और शिक्षक की नियुक्ति को लेकर शिक्षक जिला शिक्षा पदाधिकारी और बीआरसी कार्यालय को कई बार आवेदन दे चुके हैं। लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
अब सिर्फ प्राइमरी स्तर तक शिक्षा कभी यहां कक्षा 1 से 8 तक की पढ़ाई होती थी, लेकिन पास में गुरुकुल हाई स्कूल खुलने के बाद इसे महज प्राथमिक विद्यालय (कक्षा 1 से 5) तक सीमित कर दिया गया। बदहाल हालातों से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। जर्जर भवन, शिक्षकों की कमी और सुरक्षा संकट के साए में छात्रों का भविष्य अधर में लटका हुआ है।
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(Udaipur Kiran) / बिजय शंकर
