
गुना, 3 जुलाई (Udaipur Kiran) । बेसहारा हुए दो बच्चों का बाल कल्याण समिति आसरा बनी है। समिति ने एक परिवार को बच्चों का संरक्षक बनाने की तैयारी कर ली है। जानकारी के अनुसार राघौगढ़ के वार्ड क्रमांक 17 पालिका बाजार निवासी 14 वर्षीय नामदेव एवं 8 वर्षीय अनुराग नामदेव की माँ 7 साल पहले उन्हे छोडक़र चली गई थी। बाद में पिता प्रेमनारायण की वर्ष 2022 में मृत्यू हो गई। इसके बाद से दोनों बच्चे अपने चाचा के साथ रह रहे थे। हाल ही में 29 जून को उनके चाचा का भी निधन हो गया। इसके बाद दोनों बच्चे पूरी तरह बेसहारा हो गए।
दंपत्ति ने दी बच्चों का संरक्षक बनने सहमति
बच्चों के बेसहारा होने की जानकारी महिला एवं बाल विकास विभाग के माध्यम से जब बाल कल्याण समिति को मिली तो समिति अध्यक्ष डॉ. नीरु शर्मा सदस्य अनुसुईयां रघुवंशी, सुधाकर शर्मा, रविन्द्र रघुवंशी के साथ बीती रात पालिका बाजार पहुंचीं। यहां दोनों बच्चों की काउंसिलिंग की गई। इस दौरान बच्चों ने बाल गृह व बालिका गृह नहीं जाने की बात कही। जानकारी मिली की बच्चों का पैतृक मकान है और वह वहीं पढ़ते हैं। इस दौरान पड़ोस में रहने वाली महिला राममूर्ति बाई भील पत्नी रामप्रसाद भील ने दोनों बच्चों को अपने साथ रखने की सहमति जताई।
दंपत्ति बच्चों के सरक्षंक भी बनना चाहते हैं। जिस पर समिति ने दंपत्ति को बच्चों सहित अपने समक्ष उपस्थित होने का कहा। जिससे इस प्रक्रिया को पूरा किया जा सके। इस दौरान महिला बाल विकास की तरफ से परियोजना अधिकारी संतोष, पर्यवेक्षक प्रीति मौर्य, संतोष विजयवर्गीय, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता आशा श्रीवास्तव, वंदना श्रीवास्तव सहायिका आदि उपस्थित रहीं।
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(Udaipur Kiran) / अभिषेक शर्मा
