Uttar Pradesh

मुख्य सचिव ने की बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा

समीक्षा बैठक करते मुख्य सचिव एसपी गोयल

बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्यों को बेहतर समन्वय बनाकर करें: एसपी गोयल

लखनऊ,02 अगस्त (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव एस.पी.गोयल ने संभावित बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्यों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा कर सभी अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।

अपने संबोधन में मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेश के संभावित बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों के सभी जिलाधिकारी संबंधित विभागों एवं केन्द्रीय एजेन्सियों के साथ समन्वय बनाकर पूरी सतर्कता के साथ राहत एवं बचाव कार्यों को करायें तथा बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों एवं व्यवस्थाओं का स्थलीय निरीक्षण भी करें, जिससे कहीं पर भी जन-धन का नुकसान न होने पाये।

उन्होंने कहा कि अति संवेदनशील और संवेदनशील क्षेत्रों में बाढ़ की आपात स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त राहत सामग्री की उपलब्धता रहे। बाढ़ राहत शिविरों में लोगों के लिए लंच पैकेट, शुद्ध पेयजल, दवाओं व नाश्ते के लिए जरूरी सामग्री उपलब्ध रहे। अन्य राहत सामग्री की गुणवत्ता से भी कोई समझौता न किया जाए। इन स्थलों पर पर्याप्त प्रकाश की व्यवस्था एवं आवश्यक उपकरणों का भी प्रबन्ध होना चाहिए।

उन्होंने कहा कि बाढ़ के दौरान जिन गांवों में जलभराव की स्थिति बनेगी, वहां पशुओं की सुरक्षा के भी प्रबंध होने चाहिए। गोआश्रय स्थलों में पशु चारे की पर्याप्त व्यवस्था होनी चाहिए। राज्य स्तर और जिला स्तर पर बाढ़ राहत कंट्रोल रूम 24×7 एक्टिव रहे। बाढ़/अतिवृष्टि की स्थिति में व्यवस्थाओं की नियमित मॉनिटरिंग की जाए। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ/पीएसी फ्लड यूनिट तथा आपदा प्रबंधन टीमें 24×7 एक्टिव मोड में रहें।

बैठक में प्रमुख सचिव सिंचाई अनिल गर्ग, प्रमुख सचिव राजस्व पी. गुरुप्रसाद, राहत आयुक्त भानु चन्द्र गोस्वामी सहित सम्बन्धित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

(Udaipur Kiran) / बृजनंदन

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