HimachalPradesh

मुख्यमंत्री सुक्खू ने प्रधानमंत्री से हिमाचल की आपदा के लिए मांगा विशेष राहत पैकेज

शिमला, 09 सितंबर (Udaipur Kiran) । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को हिमाचल प्रदेश के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया और इसके उपरांत कांगड़ा हवाई अड्डे पर समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने राज्य की ओर से विभिन्न मुद्दे प्रधानमंत्री के समक्ष उठाए और केंद्र से विशेष राहत पैकेज की मांग की।

मुख्यमंत्री सुक्खू ने प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत करते हुए उन्हें इस वर्ष मानसून सीजन के दौरान भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन से हुए नुकसान के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अपने सीमित संसाधनों से प्रभावित परिवारों की मदद कर रही है, लेकिन इतनी बड़ी आपदा से निपटने के लिए केंद्र से अतिरिक्त सहायता जरूरी है।

सीएम ने प्रधानमंत्री से आग्रह किया कि हिमाचल में 68 प्रतिशत भूमि वन क्षेत्र के अंतर्गत होने के कारण विस्थापित परिवारों को बसाने के लिए वन संरक्षण अधिनियम के प्रावधानों में छूट दी जाए। उन्होंने कहा कि भारी बारिश से हुए नुकसान की भरपाई राज्य के संसाधनों से संभव नहीं है, इसलिए केंद्र सरकार से विशेष राहत पैकेज मिलना अत्यंत आवश्यक है। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने केंद्र से दो प्रतिशत अतिरिक्त उधार सीमा की अनुमति देने की भी मांग की ताकि राहत और पुनर्वास कार्य तेज़ी से किए जा सकें।

मुख्यमंत्री ने क्षतिग्रस्त सरकारी परियोजनाओं के लिए मौजूदा मापदंडों में संशोधन का भी मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि मरम्मत और सुधार कार्यों पर नए निर्माण से कहीं अधिक खर्च आता है, लेकिन केंद्र से अभी तक पर्याप्त मदद नहीं मिल पाई है। उन्होंने जल विद्युत परियोजनाओं के महीनों तक बंद रहने का उदाहरण देते हुए कहा कि मौजूदा ढांचे में इस प्रकार के नुकसान का आकलन नहीं किया जाता है। उन्होंने प्रधानमंत्री से अनुरोध किया कि हिमाचल की कठिन भौगोलिक परिस्थितियों को ध्यान में रखकर नीति पर पुनर्विचार किया जाए।

इसके अलावा मुख्यमंत्री ने राज्य की विकास परियोजनाओं के लिए केंद्रीय सहयोग मांगा। उन्होंने जल विद्युत उत्पादन से मुफ्त रॉयल्टी देने की पुरानी मांग दोहराई और कहा कि 40 वर्ष पूरे होने के बाद केंद्र के स्वामित्व वाली परियोजनाओं को राज्य सरकार को हस्तांतरित किया जाए। उन्होंने कांगड़ा हवाई अड्डे के विस्तार, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की परियोजनाओं के अंतर्गत ऑल वेदर सुरंगों के निर्माण और वैकल्पिक पहाड़ी मार्ग विकसित करने की आवश्यकता पर भी बल दिया। कुल्लू से मनाली के बीच यात्रियों की सुविधा के लिए महत्वपूर्ण भूभूजोत सुरंग परियोजना का मुद्दा भी उन्होंने प्रधानमंत्री के समक्ष उठाया।

मुख्यमंत्री ने आपदा प्रभावित क्षेत्रों का स्वयं दौरा करने और हिमाचल के लिए बहुमूल्य समय देने के लिए प्रधानमंत्री मोदी का आभार जताया।

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(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा

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