
मंडी, 27 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि पंचायत चुनाव के मामले में सरकार हर दिन झूठ बोल रही है और विपक्ष पर गलत आरोप लगा रही है। कुतर्कों से अपने झूठ का बचाव कर रही है। पंचायत चुनाव को लेकर मुख्यमंत्री खुद झूठ बोल रहे हैं और अपने मंत्रियों तथा अन्य नेताओं से भी झूठ बुलवा रहे हैं। झूठ बोलने में माहिर मुख्यमंत्री और उनके व्यवस्था परिवर्तन वाली सुख की सरकार अगर पंचायत चुनाव के समय पर होने को लेकर आश्वत हैं इस बात को लिखित में बताएं कि समय से चुनाव होंगे अन्यथा चुनाव से भागने की बात को स्वीकार करें। इससे ही इस मुद्दे का पटाक्षेप हो जाएगा।
नेता प्रतिपक्ष ने सोमवार को एक बयान में कहा कि हमेशा झूठ बोलने वाले मुख्यमंत्री विपक्ष के तर्कों को नकार नहीं सकते। अभी तक सरकार आरक्षण रोस्टर तय नहीं कर पाई है। जो न्यायालय के आदेशानुसार चुनावी प्रक्रिया के शुरू होने के 90 पहले करना अनिवार्य है। डीसी से लेकर सीएस तक सबके सब चुनाव टालने के लिए पत्र पर पत्र लिख रहे हैं। अब सरकार पंचायत का पुनर्सीमांकन करवाने के नाम पर फिर से चुनाव टालने का बहाना खोज रही है। पंचायतों के पुनर्सीमांकन का काम पहले क्यों नहीं शुरू किया गया? लेकिन जब सरकार झूठ बोलकर ही सारे काम निकाल सकती है तो मुख्यमंत्री को काम करने की आवश्यकता महसूस नहीं हो रही है। लेकिन मुख्यमंत्री के झूठ का घड़ा भर चुका है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि निरमंड में जल शक्ति विभाग के भवन निर्माण की कुछ तस्वीरें वायरल हो रही हैं। जिसमें लोगों द्वारा आरोप लगाया जा रहा है कि भवन निर्माण में जल शक्ति विभाग की पाइपों का इस्तेमाल हो रहा है जो पूरी तरीके से गैरकानूनी है। ऐसे में मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री प्रदेशवासियों को यह स्पष्ट करें कि यह सत्ता संरक्षित भ्रष्टाचार है या व्यवस्था परिवर्तन का कोई नया मॉडल? जहां चहेते ठेकेदारों को कुछ भी करने की पूरी आजादी है। यदि भ्रष्टाचार हेतु सरकार द्वारा इस पर क्या कार्रवाई की गई है अभी सरकार स्पष्ट करें?
उन्होंने कहा व्यवस्था परिवर्तन वाली सरकार में यह भी कारनामा देखने को मिला कि जूनियर अधिकारी बॉस बना दिया गया है। व्यवस्था परिवर्तन वाली सरकार ने जूनियर अधिकारी को एडीएम और सीनियर अधिकारी को एसडीएम बनाया है। व्यवस्था परिवर्तन के नाम पर प्रदेश को भगवान के भरोसे छोड़ दिया गया है। ऐसी व्यवस्था परिवर्तन के प्रदेश को भगवान बचाए।
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(Udaipur Kiran) / मुरारी शर्मा