
– मुख्य योजनाओं के क्रियान्वयन की पड़ताल, सोनारी में बनेगा 800 सीटों वाला अत्याधुनिक ऑडिटोरियम
गुवाहाटी, 23 जुलाई (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने बुधवार को डिब्रूगढ़ स्थित मुख्यमंत्री सचिवालय में सोनारी विधानसभा क्षेत्र के लिए संचालित कल्याणकारी योजनाओं और विकास पहलों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में योजनाओं की समयबद्ध, पारदर्शी और जमीनी स्तर तक प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया।
मुख्यमंत्री ने चार लाख से अधिक की आबादी वाले चराइदेव जिले के सामाजिक, सांस्कृतिक, शैक्षणिक और आर्थिक उत्थान की प्रतिबद्धता दोहराते हुए अधिकारियों को पारदर्शिता और जवाबदेही के साथ काम करने के निर्देश दिए।
डॉ. सरमा ने नाहर अली रेलवे ओवरब्रिज की व्यवहार्यता की समीक्षा की और पीडब्ल्यूडी को इसकी संभाव्यता अध्ययन प्रारंभ करने का निर्देश दिया, ताकि ट्रैफिक दबाव को कम किया जा सके। उन्होंने एटी कली दूटी पात, मुख्यमंत्री महिला उद्यमिता अभियान, जल जीवन मिशन, समग्र शिक्षा अभियान, निजुत मोइना योजना और प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना जैसी योजनाओं की प्रगति की भी समीक्षा की।
खराब वर्षा की स्थिति को देखते हुए उन्होंने प्रभारी जिला आयुक्त आयुष गर्ग को कृषि निगरानी तेज करने के निर्देश दिए। साथ ही कृषि आयुक्त-सचिव अरुणा राजोरिया से बिना-11 किस्म के बीजों का पर्याप्त भंडारण सुनिश्चित करने को कहा।
मुख्यमंत्री ने सोनारी में 800 सीटों की क्षमता वाला अत्याधुनिक ऑडिटोरियम बनाने की घोषणा की। इसके अलावा, खाद्य भंडारण के लिए एफसीआई गोदाम और सोनारी टाउन रोड के विकास की भी योजना बनाई गई है। सीमावर्ती सड़कों के विकास और नवोदय विद्यालय की स्थिति की भी समीक्षा कर आवश्यक सुधार के निर्देश दिए गए।
डॉ. सरमा ने कहा कि सरकार सोनारी को एक आदर्श निर्वाचन क्षेत्र में तब्दील करने के लिए कटिबद्ध है। बैठक में उद्योग और वाणिज्य मंत्री बिमल बोरा, सोनारी के विधायक धर्मेश्वर कोंवर, मुख्य सचिव डॉ. रवि कोटा सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री ने इसके बाद लखीमपुर जिले के नावबोइचा विधानसभा क्षेत्र में भी विकास कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने बाढ़ नियंत्रण, स्वास्थ्य, बुनियादी ढांचा और कल्याणकारी योजनाओं के समयबद्ध क्रियान्वयन पर जोर दिया। मनरेगा, अमृत सरोवर, सिंचाई और जल संसाधन से जुड़ी योजनाओं की समीक्षा करते हुए उपायुक्त प्रणबजीत काकोती को अमृत सरोवरों को मछली पालन के अनुकूल बनाने के निर्देश दिए।
साथ ही, मुख्यमंत्री ने नावबोइचा में बाढ़ सुरक्षा के तहत बांधों को मजबूत करने और ऊंचे प्लेटफॉर्म के निर्माण के निर्देश भी दिए ताकि बाढ़ के समय लोगों को सुरक्षित आश्रय मिल सके। बैठक में मंत्री डॉ. रनोज पेगू, विधायक मानब डेका, मुख्य सचिव डॉ. रवि कोटा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
दिन के अंत में मुख्यमंत्री ने डिब्रूगढ़ जिले के टिंगखोंग विधानसभा क्षेत्र में भी विकास गतिविधियों की समीक्षा की।
(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश
