HimachalPradesh

मुख्यमंत्री ने 312 ड्राइंग शिक्षकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए

मुख्यमंत्री शुक्रवार को   शिमला में 312 ड्राइंग शिक्षकों को नियुक्ति पत्र प्रदान करते हुए

शिमला, 08 अगस्त (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने शुक्रवार काे शिमला में आयोजित एक समारोह के दौरान नव चयनित 312 ड्राइंग शिक्षकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए। इन्हें राज्य में विभिन्न स्कूलों में नियुक्त किया गया है। इस अवसर पर, उन्होंने जापान के शैक्षिक भ्रमण पर जा रहे सरकारी स्कूलों के पांच विद्यार्थियों के एक समूह को भी रवाना किया और उन्हें शुभकामनाएं दीं। ये विद्यार्थी जापान के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों और ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण करेंगे। इस कार्यक्रम के दौरान, मुख्यमंत्री ने विद्यार्थी-केंद्रित समाचार मंच एडस्क एक्सप्रेस, बेसलाइन स्कूल रैंकिंग मान्यता रिपोर्ट, जियो-टैग्ड और जियो-फेंस्ड स्मार्ट उपस्थिति (उपस्थिति निगरानी प्रणाली) और विद्या समीक्षा केंद्र सहित कई शैक्षिक पहलों का शुभारंभ किया।

नवनियुक्त शिक्षकों को बधाई देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जब वर्तमान प्रदेश सरकार ने सत्ता संभाली थी तब हिमाचल गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के मामले में राष्ट्रीय स्तर पर 21वें स्थान पर था। शिक्षा के क्षेत्र में गुणात्मक सुधार लाने के लिए किए गए प्रयासों के फलस्वरूप वर्तमान में हिमाचल पांचवें स्थान पर पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि सर्वेक्षण के अनुसार विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के मामले में हिमाचल प्रदेश कक्षा 3 में दूसरे, कक्षा 6 में पांचवें और कक्षा 9 में चौथे स्थान पर है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा पहले ही मेडिकल, नॉन-मेडिकल और कला संकायों में 5,100 टीजीटी (प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक) पदों पर नियुक्ति प्रदान की जा चुकी है। विद्यार्थी-शिक्षक अनुपात को ध्यान में रखते हुए प्रदेश में स्कूलों का युक्तिकरण किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार सीमित आर्थिक संसाधनों के बावजूद स्वास्थ्य संस्थानों में एम्स की तर्ज पर आधुनिक तकनीकें उपलब्ध करवा रही है। उन्होंने कहा कि जल्द ही प्रदेश में रोबोटिक सर्जरी शुरू की जाएगी और पुराने एमआरआई, सीटी स्कैन व अल्ट्रासाउंड मशीनों को नई मशीनों से बदला जा रहा है ताकि मरीजों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार विभिन्न मंचों पर प्रदेश के हक की लड़ाई लड़ रही है। हिमाचल के जल संसाधनों के अधिकारों की लड़ाई मजबूती से लड़ी जा रही है।

विपक्ष पर जॉब ट्रेनी पॉलिसी पर लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि दो साल की सेवा कार्यकाल के बाद प्रशिक्षुओं को नियमित किया जाएगा।

शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री की दूरगामी सोच और शिक्षा विभाग के कर्मचारियों की मेहनत से हिमाचल की शिक्षा रैंकिंग में सुधार हुआ है। पहले सरकारी स्कूलों के पांचवीं कक्षा के बच्चे पहली कक्षा की किताब नहीं पढ़ सकते थे, लेकिन अब हाल ही के सर्वेक्षणों के अनुसार शिक्षा क्षेत्र में हिमाचल देश के अग्रणी राज्यों में शामिल है। उन्होंने कहा कि राज्य की सांस्कृतिक विरासत को संजोने के लिए स्कूलों में स्थानीय बोलियों को बढ़ावा दिया जा रहा है।

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(Udaipur Kiran) शुक्ला

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