
जम्मू 17 जुलाई (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने एम्स जम्मू का दौरा कर उसके कामकाज की समीक्षा की और संस्थान द्वारा कम समय में की गई उल्लेखनीय प्रगति पर संतोष व्यक्त किया। उनके साथ मुख्यमंत्री के सलाहकार नासिर असलम वानी भी थे।
एम्स जम्मू के कार्यकारी निदेशक और सीईओ प्रो. डॉ. शक्ति कुमार गुप्ता ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया।
एम्स प्रबंधन, छात्रों और चिकित्सा कर्मचारियों की एक सभा को संबोधित करते हुए, मुख्यमंत्री ने एम्स जम्मू को एक अत्याधुनिक स्वास्थ्य सेवा और शैक्षणिक संस्थान बनाने के प्रयासों की सराहना की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एम्स की सफल स्थापना और संचालन, इच्छाशक्ति और दूरदर्शिता का प्रमाण है। माननीय प्रधानमंत्री का सपना सचमुच यहाँ साकार हुआ है। ऐसा लगता है कि इस असाधारण सुविधा के निर्माण के लिए विश्वस्तरीय प्रयास और प्रयास एक साथ आए हैं।
संस्थान के बढ़ते महत्व पर प्रकाश डालते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह देखकर खुशी होती है कि एम्स पहले से ही देश भर के मरीजों की सेवा कर रहा है। दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे के पूरा होने से मरीजों की पहुँच और सुगम हो जाएगी। उन्होंने आशा व्यक्त की कि जम्मू-कश्मीर के अन्य स्वास्थ्य सेवा संस्थान भी उत्कृष्टता के इस मॉडल का अनुकरण करेंगे।
मुख्यमंत्री ने संस्थान और उसके विकास एवं विस्तार के दृष्टिकोण को पूर्ण सरकारी समर्थन का आश्वासन दिया। उन्होंने एम्स प्रबंधन की महत्वाकांक्षाओं की प्रशंसा की और आशा व्यक्त की कि एम्स कश्मीर जल्द ही पूरा होकर चालू हो जाएगा।
एम्स जम्मू द्वारा तैयार आपदा प्रबंधन नियमावली का विमोचन करते हुए मुख्यमंत्री ने तत्परता की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि हमें पूरी उम्मीद है कि हमें कभी ऐसी स्थिति का सामना नहीं करना पड़ेगा जिसमें इस नियमावली के उपयोग की आवश्यकता पड़े। एम्स जैसे संस्थानों द्वारा की गई ऐसी दूरदर्शी पहल सराहनीय हैं।
हाल ही में एक सरकारी अस्पताल में एक डॉक्टर पर हुए हमले की घटना पर बोलते हुए मुख्यमंत्री ने ज़ोर देकर कहा कि डॉक्टरों को कभी भी हिंसा का शिकार नहीं होना चाहिए। वे निस्वार्थ भाव से अक्सर ड्यूटी के घंटों से परे अपना जीवन समर्पित करते हैं। उनके इरादे और प्रयास अटूट हैं और उन्हें कभी भी उनके नियंत्रण से बाहर के परिणामों के लिए दोषी नहीं ठहराया जाना चाहिए।“ उन्होंने आगे कहा कि हालिया मामले में सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि मैंने मामला दर्ज करने और न्याय दिलाने की मांग की है। हमारे डॉक्टरों को भय से मुक्त होकर काम करना चाहिए।
मुख्यमंत्री के सलाहकार नासिर असलम वानी ने भी उपस्थित लोगों को संबोधित किया और एम्स जम्मू को उसके प्रभावशाली बुनियादी ढाँचे, हरे-भरे परिसर और चिकित्सा उत्कृष्टता के केंद्र के रूप में उभरने के लिए बधाई दी। उन्होंने अस्पताल की रोगी-अनुकूल पंजीकरण प्रक्रिया और उपचार सुविधाओं की गुणवत्ता की सराहना की।
प्रो. डॉ. शक्ति कुमार गुप्ता ने संस्थान की प्रगति का एक व्यापक अवलोकन प्रस्तुत किया और एम्स जम्मू के स्वास्थ्य सेवा, अनुसंधान और शिक्षा का एक वैश्विक केंद्र बनने के दृष्टिकोण को साझा किया। उन्होंने बताया कि रोगियों की प्रतिक्रिया से पता चलता है कि अस्पताल से छुट्टी मिलने वाले 82 प्रतिशत रोगी “अत्यधिक संतुष्ट“ हैं जबकि 17 प्रतिशत अन्य प्रदान की गई सेवाओं से संतुष्ट हैं। उन्होंने अस्पताल की बढ़ती क्षमताओं को दर्शाने वाले कई प्रमुख आँकड़े भी प्रस्तुत किए।
इससे पहले मुख्यमंत्री ने परिसर के विभिन्न हिस्सों का दौरा किया, जिनमें डायग्नोस्टिक लैब, परीक्षण सुविधाएँ, इन-पेशेंट वार्ड और उच्च तकनीक वाली शैक्षणिक कक्षाएँ शामिल थीं और बुनियादी ढाँचे और संचालन संबंधी तैयारियों का जायजा लिया।
(Udaipur Kiran) / बलवान सिंह
