
श्रीनगर 15 जुलाई (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने श्रीनगर स्थित बोन एंड जॉइंट अस्पताल में 120 बिस्तरों वाले अत्याधुनिक अतिरिक्त ब्लॉक का उद्घाटन किया और विकास के दो आधारभूत स्तंभों-स्वास्थ्य और शिक्षा-को मज़बूत करने के लिए अपनी सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता की पुष्टि की।
उद्घाटन के बाद मुख्यमंत्री ने ऑपरेशन थिएटर, सीढ़ियों, रैंप और वार्डों का भी दौरा किया और अस्पताल के कर्मचारियों और संकाय सदस्यों से बातचीत की।
इस अवसर पर एक विशाल जनसमूह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बुनियादी ढाँचे का कोई भी विकास चाहे वह सड़कें हों, बिजली परियोजनाएँ हों या व्यावसायिक परिसर गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा का विकल्प नहीं बन सकता। उन्होंने कहा कि मज़बूत स्कूलों, कॉलेजों, विश्वविद्यालयों और अस्पतालों के बिना एक समाज के रूप में हमारी प्रगति अधूरी रहेगी। बोन एंड जॉइंट हॉस्पिटल की समृद्ध विरासत को याद करते हुए मुख्यमंत्री उमर ने कहा कि पिछले 30-35 वर्षों में इस संस्थान ने असाधारण चुनौतियों का सामना किया है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदाओं से लेकर दुखद दुर्घटनाओं तक यह अस्पताल अनुकूलषीलता और प्रतिबद्धता का प्रतीक रहा है।
उन्होंने 2014 की बाढ़ को याद किया जब बाढ़ का पानी पहली बार बोन एंड जॉइंट अस्पताल में घुस आया था। मुख्यमंत्री ने 2022 में लगी आग का भी ज़िक्र किया जिसमें अस्पताल के बड़े हिस्से तबाह हो गए थे जिनमें चार ऑपरेशन थिएटर, रेफरल रूम, शिक्षण क्षेत्र और कई वार्ड शामिल थे। उन्होंने आगे कहा कि छह महीने तक बिना छत के भी हमारे डॉक्टरों और प्रशासकों ने कुछ ही दिनों में सर्जरी फिर से शुरू कर दी। उनका समर्पण सराहनीय है।
शेर-ए-कश्मीर शेख मोहम्मद अब्दुल्ला जिन्होंने मई 1982 में इस अस्पताल का उद्घाटन किया था के सपने पर प्रकाश डालते हुए मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने उस सपने को आगे बढ़ाने पर गर्व व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि आज हम अस्पताल की यात्रा में एक नया अध्याय शुरू कर रहे हैं एक ऐसा अध्याय जो न केवल श्रीनगर बल्कि घाटी के हर कोने यहाँ तक कि चिनाब, पीर पंजाल और कारगिल के मरीजों की सेवा करेगा।
एक निजी किस्सा साझा करते हुए मुख्यमंत्री उमर ने बताया कि उद्घाटन के पाँच साल बाद एक साइकिल दुर्घटना के बाद वह भी इस अस्पताल में मरीज़ रहे थे। उन्होंने कहा कि यहाँ के सर्जनों की कुशलता की बदौलत मैं 55 साल की उम्र में भी 10-12 किलोमीटर दौड़ सकता हूँ। इस अस्पताल में मिलने वाली देखभाल की यही गुणवत्ता है।
मुख्यमंत्री ने नव-उद्घाटित सुविधा केंद्र में कर्मचारियों की तत्काल आवश्यकता पर ज़ोर दिया और संबंधित विभागों को आवश्यक पदों के सृजन में तेज़ी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि हमने यह रिबन सिर्फ़ फ़ोटो खिंचवाने के लिए नहीं काटा है। यह तभी सार्थक होगा जब ये बिस्तर भरे हों, ऑपरेशन थिएटर काम कर रहे हों और हमारे संकाय भावी डॉक्टरों को प्रशिक्षित कर रहे हों।
आवास एवं शहरी विकास मंत्री उमर अब्दुल्ला ने श्रीनगर में जलभराव वाले प्रमुख स्थानों की पहचान के लिए एक विशेष सर्वेक्षण की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि श्रीनगर को एक सच्चा स्मार्ट शहर बनाने के लिए व इस समस्या का समाधान करने के लिए एक व्यापक परियोजना तैयार की जाएगी।
उन्होंने यह भी आष्वासन दिया कि शहर में यातायात की भीड़भाड़ को कम करने के लिए जल्द ही दो-तीन बड़ी बुनियादी ढाँचा परियोजनाएँ शुरू की जाएँगी।
मुख्यमंत्री ने सरकारी मेडिकल कॉलेज श्रीनगर के प्राचार्य, संकाय सदस्यों, डॉक्टरों, कर्मचारियों और बोन एंड जॉइंट हॉस्पिटल के प्रशासन को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह अस्पताल सिर्फ़ एक इमारत नहीं है, यह आशा और उपचार की किरण है। हम सब मिलकर यह सुनिश्चित करेंगे कि यह आने वाली पीढ़ियों की सेवा करता रहे।
इस अवसर पर बोलते हुए उपमुख्यमंत्री सुरेन्द्र कुमार चौधरी ने दोहराया कि शेर-ए-कश्मीर द्वारा निर्धारित मिशन और विजन को मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के कुशल नेतृत्व में नए सिरे से फोकस और ऊर्जा के साथ जारी रखा जाएगा।
स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री सकीना इत्तू ने अपने संबोधन में कहा कि मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व में वर्तमान सरकार के गठन के बाद अस्थि एवं जोड़ अस्पताल परियोजना में उल्लेखनीय प्रगति हुई है और इसे सफलतापूर्वक पूरा किया गया है।
उन्होंने आगे ज़ोर देकर कहा कि जम्मू-कश्मीर में चिकित्सा सुविधाओं का निरंतर उन्नयन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि एमआरआई सुविधाओं से लेकर कैथ लैब और अन्य उन्नत निदान एवं उपचार सेवाओं तक, हमारा उद्देश्य अपने सरकारी मेडिकल कॉलेजों और संबद्ध अस्पतालों के माध्यम से विश्व स्तरीय स्वास्थ्य सेवा प्रदान करना है।
(Udaipur Kiran) / बलवान सिंह
