
उज्जैन, 14 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । मप्र की राजधानी भोपाल स्थित रवीन्द्र भवन में मंगलवार को आयोजित पांचवें राज्य स्तरीय स्वच्छता सम्मान समारोह एवं कार्यशाला में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उज्जैन नगर निगम को “सुपर स्वच्छता लीग” में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए राज्य स्तरीय पुरस्कार से सम्मानित किया। यह पुरस्कार 3 से 10 लाख की जनसंख्या वाले नगर निगमों की श्रेणी में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर दिया गया।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने उज्जैन के स्वच्छता अभियान में किए गए कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि “उज्जैन ने स्वच्छता के क्षेत्र में एक नई मिसाल कायम की है। स्वच्छ भारत अभियान के लक्ष्यों को धरातल पर उतारने में नगर निगम ने जिस प्रतिबद्धता और जनसहभागिता का परिचय दिया है, वह पूरे प्रदेश के लिए प्रेरणास्रोत है।”
इस अवसर पर महापौर मुकेश टटवाल, निगमायुक्त अभिलाष मिश्रा और पूर्व निगमायुक्त आशीष पाठक ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव से यह सम्मान ग्रहण किया। समारोह में राज्य मंत्री प्रतिमा बागरी, नगरीय प्रशासन आयुक्त संकेत भोंडवे, एमआईसी सदस्य सत्यनारायण चौहान, उपायुक्त योगेंद्र सिंह पटेल, स्वच्छता निरीक्षक अजय दावरे एवं सफाई मित्रों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
कार्यक्रम में प्रदेश के विभिन्न नगर निकायों को स्वच्छता के क्षेत्र में किए गए उत्कृष्ट कार्यों के लिए सम्मानित किया गया। इस दौरान स्वच्छता कर्मियों और सफाई मित्रों को भी उनके अमूल्य योगदान के लिए सराहा गया। उज्जैन नगर निगम को यह पुरस्कार “सुपर स्वच्छता लीग” श्रेणी में निरंतर साफ-सुथरे शहर की दिशा में किए गए नवाचार, नागरिक सहभागिता, कचरा प्रबंधन और स्वच्छता अभियानों की सफलता के लिए दिया गया है।
महापौर मुकेश टटवाल ने इस उपलब्धि को उज्जैनवासियों की जागरूकता और सफाई कर्मियों की मेहनत का परिणाम बताया। उन्होंने कहा कि “यह सम्मान नगर निगम के प्रत्येक कर्मचारी और नागरिक का है, जिन्होंने उज्जैन को स्वच्छ और सुंदर बनाए रखने में योगदान दिया है।”
निगमायुक्त अभिलाष मिश्रा ने बताया कि नगर निगम आगे भी स्वच्छता नवाचारों और पर्यावरण संरक्षण के लिए निरंतर प्रयासरत रहेगा। उज्जैन का लक्ष्य अब देश के शीर्ष स्वच्छ शहरों में स्थान प्राप्त करना है।
इस समारोह में “स्वच्छता ही सेवा” अभियान के तहत नई रणनीतियों, तकनीकी समाधानों और जनसहभागिता के माध्यम से स्वच्छता के स्तर को और बेहतर बनाने के विषय पर भी विस्तृत चर्चा की गई। गौरतलब है कि उज्जैन नगर निगम की यह उपलब्धि न केवल शहर के गौरव में वृद्धि करती है, बल्कि पूरे प्रदेश के लिए एक आदर्श प्रस्तुत करती है कि जनसहयोग और सतत प्रयासों से कोई भी शहर स्वच्छता की मिसाल बन सकता है।
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(Udaipur Kiran) / ललित ज्वेल
