
-गोमांस विवाद का मुख्य आऱोपित फरार-धुबड़ी में स्थापित होगी सेना की छावनी-धुबड़ीमें बंद की जाएगी कुर्बानी
धुबड़ी (असम), 24 जून (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा मंगलवार को धुबड़ी पहुंचे। उन्होंने यहां जिले के प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की और कानून-व्यवस्था को लेकर गहन चर्चा की। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों के कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए हैं।
उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने बताया कि इस समय धुबड़ी में स्थिति शांतिपूर्ण है। गोमांस विवाद के मुख्य आरोपित मिंटू अली की पहचान हो गई है और वह फिलहाल फरार है। मिंटू अली का मोबाइल फोन पुलिस के कब्जे में है। मुख्यमंत्री ने मिंटू अली से आत्मसमर्पण करने की अपील की है। मुख्यमंत्री घटना के बाद आज दूसरी बार धुबड़ी पहुंचे हैं।
दरअसल, बकरीद के दूसरे दिन धुबड़ी शहर के हनुमान मंदिर परिसर के पास गोमांस फेंके जाने के बाद स्थिति बेहद तनावपूर्ण बन गयी थी। मंदिर के पास गोमांस रखने के मामले में अब तक 151 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि धुबड़ी में जल्द ही सेना की छावनी स्थापित की जाएगी। धुबड़ी में जमीन की मिल्कियत को लेकर कई अनियमितताएं हैं। अदानी समूह को जमीन आवंटन को लेकर उन्होंने महत्वपूर्ण टिप्पणी की और कहा कि राज्य में तीन स्थानों पर अडानी समूह को जमीन आवंटित की गयी है। पर्वतझोरा में अदानी समूह को भूमि आवंटन के विरोध पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि विरोध करना ठीक है, लेकिन क्या बिजली की जरूरत है या नहीं?
मुख्यमंत्री ने कहा कि धुबड़ी के कई होटलों में गोमांस बेचा जाता है, दुकानदारों को स्वयं इसे बंद करना होगा, नहीं तो पुलिस कार्रवाई करेगी। भविष्य में धुबड़ी में कुर्बानी बंद कर दी जाएगी। पशुपालन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ भी उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने ने कहा कि धुबड़ी में ऐतिहासिक और प्रतिष्ठित गुरुद्वारा है। गुरुद्वारे के 5 किलोमीटर के दायरे में कोई गोमांस नहीं खा सकता। जो लोग असली इस्लाम में विश्वास करते हैं, वे हिंदू क्षेत्रों में गाय की कुर्बानी नहीं देते है। उन्होंने कहा कि अगली बार ईद से पहले वे खुद धुबड़ी में मौजूद रहेंगे।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि अगर रकीबुल हुसैन सच्चे नेता होते तो सरकार को चुनौती नहीं देते। उन्होंने कहा कि नबीन बांग्ला प्रकरण की जांच चल रही है और जल्द ही उसके नतीजे सामने आएंगे। उन्होंने कहा कि असम में कई जिहादी संगठन सक्रिय हैं और कई स्लीपर सेल मौजूद हैं, पर जब तक वे पकड़े नहीं जाते, यह नहीं कहा जा सकता कि उनकी संख्या कितनी है।
मीडिया से बातचीत के दौरान टेट परीक्षा में 2.25 प्रतिशत अंक पाकर चयनित हुए एक उम्मीदवार के बारे में पूछे गये सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें इस विषय में क्या नियम है, इसकी जानकारी नहीं है।————–
(Udaipur Kiran) / किशोर मिश्रा
