
शिमला, 03 जुलाई (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार लोगों को विश्व स्तरीय परिवहन सुविधाएं प्रदान करने और हिमाचल को ‘ग्रीन एनर्जी स्टेट’ बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री बुधवार सांय सोलन के क्यारीघाट से 24 स्टेट ऑफ द आर्ट वोल्वो बसों को हरी झण्डी दिखाने के उपरांत एक जनसभा को सम्बोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल के दौरान हिमाचल पथ परिवहन निगम को और बेहतर बनाने के लिए गत दो वर्षों में प्रति वर्ष एक-एक हजार करोड़ रुपये की राशि प्रदान की गई है ताकि लोगों को सुविधाजनक एवं आरामदायक परिवहन सुविधा प्रदान की जा सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा 500 डीजल बसें, 300 इलेक्ट्रिकल बसें और लगभग 30 वोल्वो बसें क्रय की गई हैं। भविष्य में भी यातायात सुविधा को और बेहतर बनाने के लिए 100 टैंपो ट्रेवलर खरीदे जाएंगे। उन्होंने कहा कि हिमाचल पथ परिवहन निगम को हर माह 60 करोड़ रुपये का अनुदान दिया जाता है।
ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश में रेलवे तथा वायु परिवहन सुविधाएं अधिक न होने के कारण प्रदेश को यातायात के लिए मुख्यतः सड़कों पर निर्भर रहना पड़ता है तथा हिमाचल पथ परिवहन निगम की बसें लोगों की आवाजाही का मुख्य साधन है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के विकास और लोगों की सुविधा के लिए हिमाचल पथ परिवहन निगम को और बेहतर बनाने के यथा सम्भव प्रयास किए जा रहे हैं।
इस अवसर पर उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हिमाचल पथ परिवहन निगम ने अपने 50 वर्ष पूरे किए हैं। निगम की यह बसें हिमाचल प्रदेश के लोगों की जीवन रेखाएं हैं जिसमें 4 से 5 लाख लोग प्रतिदिन सफर करते हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को निगम के साथ सहयोग करना चाहिए और अपना साथी बनाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि गत दो वर्षों में प्रदेश सरकार ने डीजल की सवा दो सौ बसें चलाई हैं। शीघ्र ही 250 नई बसें निगम के बेड़े में शामिल की जाएंगी। उन्होंने कहा कि हिमाचल पथ परिवहन निगम की बसें प्रदेश के दूर-दराज के क्षेत्रों में सेवाएं दे रही हैं।
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने हिमाचल पथ परिवहन निगम के कर्मचारियों को गत दो वर्षों में कई वित्तीय लाभ प्रदान किए हैं। कर्मचारियों को ओ.पी.एस. तथा रूके हुए भत्तों का लाभ दिया गया है। प्रदेश में आवश्यकतानुसार नए बस अड्डों का निर्माण किया जा रहा है।
—————
(Udaipur Kiran) शुक्ला
