Madhya Pradesh

मप्र में पारदर्शिता के साथ सबको मिल रहा सुशासन का लाभ : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

सीएम मोहन यादव (फाइल फोटो)

– मुख्यमंत्री ने स्कॉच अवार्ड मिलने पर विभागों को दी बधाई

भोपाल, 20 सितम्बर (Udaipur Kiran News) । मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि नागरिकों का जीवन सरल और सुविधा सम्पन्न बनाने के हमारे प्रयास अब धरातल पर फलीभूत हो रहे हैं। प्रदेश के नागरिकों को पूरी पारदर्शिता के साथ सुशासन का लाभ मिल रहा है। हमारी सरकार ने शासन-प्रशासन की जवाबदेह व्यवस्था कायम की है। इसका सर्वाधिक लाभ नागरिकों को मिल रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने शनिवार को नई दिल्ली में आयोजित कार्यकम में प्रतिष्ठित स्कॉच अवार्ड- 2025 पाने वाले मध्य प्रदेश के सभी विभागों की सराहना कर उन्हें बधाई दी है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने शनिवार को सोशल मीडिया एक्स पर मध्य प्रदेश सरकार की नवाचारी कोशिशों संपदा 2.0, आयुष विभाग की नागरिक सुविधाओं के त्वरित प्रदाय, ई-मंडी सिस्टम और उद्यानिकी विभाग के अधीन गुना जिले में चलाई जा रही अभिनव परियोजना “गुना–गुलाबों के नगर की ओर बढ़ते कदम : पॉलीहाउस के माध्यम से पुष्प क्रांति” को स्कॉच अवार्ड मिलने पर बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।

नई दिल्ली में शनिवार को हुए कार्यक्रम में सरकार की अत्यंत महत्वपूर्ण पहल “संपदा 2.0” को प्रतिष्ठित स्कॉच गोल्ड अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है। संपदा 2.0 ने पारदर्शिता और सुशासन के नये कीर्तिमान बनाए हैं। पारदर्शिता, सुशासन एवं तकनीकी नवाचार के लिए पंजीयन विभाग को यह पुरस्कार दिया गया।

प्रदेश के आयुष विभाग को ई-मॉनिटरिंग सिस्टम एवं नागरिक सेवाओं के सशक्तिकरण के लिए स्कॉच अवार्ड से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान विशेष रूप से ई-मॉनिटरिंग सिस्टम के विकास और नागरिक सेवाओं के सुदृढ़ीकरण में किए गए विभागीय प्रयासों की राष्ट्रीय स्तर पर स्वीकृति है। विभाग में सेवाओं की गुणवत्ता और पारदर्शिता बढ़ाने के उद्देश्य से ई-मॉनिटरिंग सिस्टम की परिकल्पना एवं कार्यान्वयन की पहल की। इस प्रणाली के माध्यम से प्रदेशभर के अस्पतालों की गतिविधियों की नियमित निगरानी, आंकड़ों का वास्तविक समय पर संकलन एवं विश्लेषण तथा सेवा प्रदायगी की स्थिति पर सतत नियंत्रण संभव हो पाया। इन सुधारों के परिणामस्वरूप प्रदेश के आयुष अस्पतालों में ओपीडी की संख्या बीते एक साल में 8 लाख प्रतिमाह से बढ़कर 22 लाख प्रतिमाह तक पहुंच गई है।

इसी क्रम में मध्य प्रदेश राज्य कृषि विपणन बोर्ड, भोपाल द्वारा प्रवृत्त ई-मंडी एप को स्कॉच गोल्ड तथा एमपी फार्म गेट एप को स्कॉच सिल्वर अवार्ड दिया गया। दोनों एप्लीकेशन एनआईसी, भोपाल द्वारा विकसित की गई है। ई-मंडी एक एंड्रॉयड एप्लीकेशन है। मंडी प्रांगण में प्रवेश से लेकर नीलामी, तौल‚ भुगतान और अनुज्ञा की कार्यवाही का रियल टाइम कंप्यूटराइजेशन है। ई-मंडी योजना प्रदेश की सभी 259 मंडियों में क्रियाशील है। वर्तमान में 32 लाख से अधिक कृषक योजना से सीधे जुड़कर लाभ ले रहे हैं। एमपी फार्म गेट ऐप भी एक एंड्रॉयड बेस्ड एप्लीकेशन है‚ जिसे किसान अपने एंड्राइड मोबाइल पर निःशुल्क डाउनलोड कर अपने दाम पर अपने घर, खलियान, गोदाम से अपनी कृषि उपज को बेचने में सक्षम हुए हैं। किसानों को ऐसी सुविधा देने के मामले में मध्यप्रदेश देश का इकलौता राज्य है। इस ऐप का उपयोग कर प्रदेश के 8.5 लाख से अधिक किसानों ने अपनी कृषि उपज का विक्रय किया है।

प्रदेश के गुना जिले को भी देश के सर्वोच्च नवाचार सम्मान “स्कॉच पुरस्कार-2025” से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान गुना जिले के उद्यानिकी विभाग की अभिनव परियोजना “गुना–गुलाबों के नगर की ओर बढ़ते कदम : पॉलीहाउस के माध्यम से पुष्प क्रांति” को प्रदान किया गया।

भारत में स्कॉच पुरस्कार को राष्ट्रीय उत्कृष्टता का मानदण्ड माना जाता है। यह केवल उन्हीं योजनाओं को प्रदान किया जाता है, जो नवाचार, पारदर्शिता, ईमानदारी तथा श्रेष्ठ क्रियान्वयन के उच्चतम मापदण्डों एवं मानकों को पूरा करती हैं। मध्यप्रदेश में हुए चार महत्वपूर्ण नवाचारों को यह प्रतिष्ठित पुरस्कार मिला है।

(Udaipur Kiran) तोमर

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