
कार्बी आंगलोंग (असम), 28 सितम्बर (Udaipur Kiran News) । मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने आज वेस्ट कार्बी आंगलोंग के डोंगकामोकाम स्थित वैसोंग स्टेडियम में आयोजित एक विशाल जनसभा में मुख्यमंत्री महिला उद्यमिता अभियान (एमएमयूए) के तहत 19,000 लाभार्थियों को 10,000 रुपये के स्टार्ट-अप कैपिटल के चेक वितरित किए। ये लाभार्थी 2,200 स्वयं सहायता समूहों से जुड़े हैं। योजना के तहत राज्यभर की 35 लाख से अधिक महिलाओं को कृषि, पशुपालन और हथकरघा जैसे क्षेत्रों में बीज पूंजी उपलब्ध कराने का लक्ष्य है।
मुख्यमंत्री ने लाभार्थियों से अपील की कि वे प्राप्त पूंजी का उपयोग आय-सृजनकारी कार्यों में करें ताकि वे वित्तीय रूप से आत्मनिर्भर बन सकें और अपने परिवार के विकास में योगदान दें। उन्होंने कहा कि महिलाएं चाहें तो व्यक्तिगत रूप से या समूह में व्यावसायिक गतिविधियां शुरू कर सकती हैं।
डॉ. सरमा ने कहा कि यदि लाभार्थी महिलाएं पहले वर्ष में मिले 10,000 रुपये का सही उपयोग करेंगी, तो उन्हें दूसरे वर्ष 25,000 रुपये और तीसरे वर्ष 50,000 रुपये बैंक सहायता के साथ मिलेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि केवल 10,000 रुपये बीज पूंजी के रूप में 30 लाख महिलाओं को देने पर सरकार को 3,000 करोड़ रुपये खर्च होंगे, जबकि दूसरे और तीसरे वर्ष क्रमशः 7,500 और 16,000 करोड़ रुपये का व्यय अनुमानित है। मुख्यमंत्री ने कहा कि “हमारी सरकार यह राशि खुशी-खुशी खर्च करेगी, यदि इससे महिलाएं ‘लखपति’ बनती हैं।”
उन्होंने यह भी घोषणा की कि 7 अक्टूबर से अरुणोदय योजना के तहत महिलाओं को प्रति माह 1,250 रुपये दिए जाएंगे। उज्ज्वला कार्डधारक परिवारों को गैस सिलेंडर खरीदने पर 250 रुपये की सब्सिडी मिलेगी। 1 नवम्बर से राशन कार्डधारकों को चावल के साथ दाल, चीनी और नमक भी सब्सिडी दर पर मिलेगा। साथ ही, सरकार रियायती दर पर खाद्य तेल उपलब्ध कराने की व्यवस्था करेगी।
इस अवसर पर कार्बी आंगलोंग स्वायत्त परिषद के मुख्य कार्यकारी सदस्य तुलीराम रोंगहांग, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री नंदिता गार्लोसा, सांसद अमर सिंह टिस्सो, विधायक रूपसिंग तेरोन, डोरसिंग रोंगहांग सहित कई गणमान्य उपस्थित रहे।
कार्यक्रम से पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. सरमा ने सिंह रोंगहांग मेमोरियल गेस्ट हाउस, डोंगकामोकाम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मन की बात के 126वें संस्करण का सीधा प्रसारण सुना। इस दौरान प्रधानमंत्री ने भारत रत्न डॉ. भूपेन हजारिका को श्रद्धांजलि दी और उनके प्रसिद्ध गीत ‘मानुहे मानुहर बाबे’ का उल्लेख किया। उन्होंने असम के लोकप्रिय गायक जुबीन गर्ग को भी श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि वे असम की सांस्कृतिक आत्मा का शाश्वत प्रतीक बने रहेंगे।
(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश
