
देहरादून, 13 अगस्त (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विभाजन की विभीषिका को इतिहास का काला अध्याय और विश्व का सबसे बड़ा विभाजन बताते हुए कहा कि विभाजन के दर्द को कभी भुलाया नहीं जा सकता। लाखों लोगों ने अपनी जान गंवाकर विभाजन के साथ विस्थापन का दर्द झेला। यह दिवस हमारी भावी पीढ़ी को इतिहास की उस विभीषिका से परिचित कराता रहेगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ की पूर्व संध्या पर जारी एक संदेश में देश के विभाजन के दौरान अपनी जान गंवाने वाले लोगों को नमन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश जब आजादी का जश्न मना रहा था, वहीं देश के विभाजन का भी दर्द हमें सहना पड़ा। भारत के लिए यह घटना किसी विभीषिका से कम नहीं थी। उन्होंने वर्ष 2021 में इसी दर्द को याद करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 14 अगस्त को ’’विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’’ मनाने का निर्णय लिया। तब से यह दिन मनाया जा रहा है, ताकि हम अपने उन लाखों सेनानियों व परिवारजनों से बिछड़े लोगों के बलिदान को याद कर सकें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह दिन उन सभी सेनानियों की याद दिलाता है,जिन्होंने भारत मां के लिए बलिदान दिया। भारत के बंटवारे ने सामाजिक एकता, सामाजिक सद्भाव और मानवीय संवेदनाओं को तार-तार कर दिया था। यह हमारा कर्तव्य है कि हम देश को स्वतंत्र कराने वाले और देश के विभाजन की यातनाएं झेलने वाले मां भारती के प्रत्येक सपूत के प्रति अपनी कृतज्ञता प्रकट करें।
(Udaipur Kiran) / राजेश कुमार
