RAJASTHAN

राज्यभर के दुग्ध उत्पादकों को दिवाली पर मुख्यमंत्री भजनलाल का बड़ा तोहफा

भ्रष्टाचार—लापरवाही एवं अनुशासनहीनता के विरुद्ध मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की कठोर कार्रवाई

जयपुर, 17 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । राज्यभर की सहकारी डेयरियों से जुड़े दुग्ध उत्पादकों को दीपावली के अवसर पर मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक सम्बल योजना के अन्तर्गत 5 रुपये प्रति लीटर की दर से अनुदान राशि मिलने से खुशी की लहर है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के दिशा-निर्देशो पर दीपावली से ठीक पहले दुग्ध उत्पादकों को 364 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है। इससे राज्यभर में 5 लाख से अधिक दुग्ध उत्पादक लाभान्वित हुए हैं। साथ ही आरसीडीएफ द्वारा दुग्ध क्रय दर में 100 रुपये प्रति किलोग्राम फैट की दर में भी बढ़ोतरी की गयी हैं।

दुग्ध क्रय दर का 900 रुपये प्रति किलोग्राम फैट से होगा भुगतान

राजस्थान को-ऑपरेटिव डेयरी फैडरेशन की प्रबन्ध संचालक श्रुति भारद्वाज ने बताया की दीपावली के अवसर पर सहकारी डेयरियों से जुडे पशुपालकों के दुग्ध क्रय दर में वृद्धि की गई है। विगत् वित्तीय वर्ष में दुग्ध का भुगतान लगभग 800 रुपये प्रति किलोग्राम फैट की दर से किया जा रहा था, जिसे वर्तमान वित्तीय वर्ष में बढ़ाकर लगभग 900 रुपये प्रति किलोग्राम फैट कर दिया गया है। इस निर्णय से पशुपालकों को प्रति लीटर दूध पर लगभग 5 से 6 रुपये अतिरिक्त लाभ मिलेगा। दर वृद्धि से न केवल पशुपालकों की आमदनी बढ़ेगी, बल्कि दुग्ध उत्पादन को भी प्रोत्साहन मिलेगा। आरसीडीएफ का यह कदम पशुपालकों की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ बनाने की दिशा में एक सराहनीय पहल हैं।

श्रुति भारद्वाज ने बताया कि चालू वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिये मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक सम्बल योजना के अन्तर्गत 650 करोड़ रुपये का बजट प्रावधान किया गया था। दीपावली से पूर्व राज्य सरकार से राशि प्राप्त होने पर आरसीडीएफ द्वारा डीबीटी के माध्यम से दुग्ध उत्पादकों को 364 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है। राज्यभर के दुग्ध उत्पादकों में मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक सम्बल योजना के अन्तर्गत अनुदान और लाभांश वितरण से खुशी की लहर है। भारद्वाज ने बताया कि राजस्थान राज्य की सहकारी डेयरियों में दुग्ध संकलन में लगातार हो रही बढ़ोतरी में मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक सम्बल योजना के अन्तर्गत दुग्ध उत्पादकों को मिलने वाले अनुदान का बहुत बड़ा योगदान है। राजस्थान राज्य के सभी दुग्ध उत्पादकों को आश्वस्त किया है कि दुग्ध उत्पादकों की सामाजिक एवं आर्थिक समृध्दि के लिये आरसीडीएफ कृत संकल्प हैं।

राज्य के 24 जिला दुग्ध उत्पादक संघों से जुडे पशुपालको को कुल 364 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है। जिसमें से अजमेर जिला दुग्ध उत्पादक संघ में 40 करोड़ रुपये से अधिक का, अलवर जिला दुग्ध उत्पादक संघ में 18 करोड़ 35 लाख रुपये से अधिक का, बांसबाड़ा जिला दुग्ध उत्पादक संघ में 2 करोड़ 18 लाख रुपये से अधिक का, बारां जिला दुग्ध उत्पादक संघ में 49 लाख रुपये से अधिक का, बाड़मेर जिला दुग्ध उत्पादक संघ में 61 लाख रुपये से अधिक का, भरतपुर जिला दुग्ध उत्पादक संघ में 1 करोड़ 68 लाख रुपये से अधिक का, भीलवाड़ा जिला दुग्ध उत्पादक संघ में 46 करोड़ 18 लाख रुपये से अधिक का, बीकानेर जिला दुग्ध उत्पादक संघ में 11 करोड़ 90 लाख रुपये से अधिक का, चित्तौड़गढ़ जिला दुग्ध उत्पादक संघ में 12 करोड़ 10 लाख रुपये से अधिक का, चूरू जिला दुग्ध उत्पादक संघ में 2 करोड़ 54 लाख से अधिक का, जयपुर जिला दुग्ध उत्पादक संघ में 1 अरब 39 करोड़ 79 लाख रुपये से अधिक का, जैसलमेर जिला दुग्ध उत्पादक संघ में 1 करोड़ 41 लाख रुपये से अधिक का, जालौर जिला दुग्ध उत्पादक संघ में 4 करोड़ 16 लाख रुपये से अधिक का, झालावाड़ जिला दुग्ध उत्पादक संघ में 2 करोड़ 16 लाख रुपये से अधिक का, जोधपुर जिला दुग्ध उत्पादक संघ में 10 करोड़ 67 लाख रुपये से अधिक का, कोटा जिला दुग्ध उत्पादक संघ में 8 करोड़ 60 लाख रुपये से अधिक का, नागौर जिला दुग्ध उत्पादक संघ में 4 करोड़ 74 लाख रुपये से अधिक का, पाली जिला दुग्ध उत्पादक संघ में 10 करोड़ 82 लाख रुपये से अधिक का, राजसमंद जिला दुग्ध उत्पादक संघ में 3 करोड़ 41 लाख से अधिक का, सवाईमाधोपुर जिला दुग्ध उत्पादक संघ में 10 करोड़ रुपये से अधिक का, श्रीगंगानगर जिला दुग्ध उत्पादक संघ में 18 करोड़ 48 लाख रुपये से अधिक का, सीकर जिला दुग्ध उत्पादक संघ में 7 करोड़ 89 लाख रुपये से अधिक का, टोंक जिला दुग्ध उत्पादक संघ में 5 करोड़ 93 लाख रुपये से अधिक का, उदयपुर जिला दुग्ध उत्पादक संघ में 10 करोड़ 14 लाख रुपये से अधिक का पशुपालकों को डीबीटी के माध्यम से ऑनलाइन भुगतान किया गया है।

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(Udaipur Kiran)

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