
जयपुर, 31 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि लौह पुरूष सरदार वल्लभभाई पटेल ने आजादी के बाद रियासतों का विलय कर एक सशक्त राष्ट्र का निर्माण किया था। सरदार पटेल ने लोगों के दिल में ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत‘ की भावना जगाई। उनका लक्ष्य एक ऐसे भारत का निर्माण करना था, जो विविधता में एकता का प्रतीक हो और यह विचार आज भी उतना ही प्रासंगिक है। मुख्यमंत्री ने युवाओं से आह्वान किया कि वे हर परिस्थिति में राष्ट्र हित और राष्ट्रीय एकता को सर्वोपरि रखें, जिससे एक सशक्त तथा आत्मनिर्भर भारत का निर्माण हो।
शर्मा शुक्रवार को सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य पर ‘सरदार150’ के तहत आयोजित एकता मार्च कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद देश में 560 से अधिक रियासतों में से कुछ रियासतें अपने स्वतंत्र अस्तित्व में रहना चाहती थीं। सरदार पटेल ने रियासतों के राजाओं को कहा कि एक संगठित और संयुक्त भारत में ही प्रजा का भविष्य सुरक्षित है। कुछ राजाओं ने स्वेच्छा से विलय किया, तो कुछ को राजनीतिक दबाव की जरूरत पड़ी। शर्मा ने कहा कि सरदार पटेल के दूरदर्शी नेतृत्व से जूनागढ़ एवं हैदराबाद जैसी रियासतें भी भारत का अभिन्न अंग बन गई। उनकी दृढ इच्छाशक्ति से ही आधुनिक भारत की परिकल्पना संभव हो पाई।
एकता मार्च के तहत मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने राष्ट्रीय ध्वज हाथ में थामे गांधी सर्किल से अमर जवान ज्योति तक 3 किलोमीटर का सफर तय कर लगभग 40 मिनट तक जनप्रतिनिधियों एवं आमजन के साथ पैदल मार्च किया। इस दौरान बड़ी संख्या में जनता ने मुख्यमंत्री के साथ पूरे जोश और उत्साह से पैदल मार्च में हिस्सा लिया। पूरे मार्ग में देशभक्ति और एकता के नारों के साथ वातावरण गुंजायमान हो उठा। आमजन ने पुष्पवर्षा कर मुख्यमंत्री का जेडीए तथा रामबाग सर्किल पर स्वागत-अभिनंदन भी किया। इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी, खेल एवं युवा मामलात मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ सहित विभिन्न जनप्रतिनिधियों, खिलाडियों, पुलिस आरएसी के जवानों, एनसीसी व एनएसएस कैडेट्स, स्काउट गाइड, विश्वविद्यालय तथा कॉलेज के छात्र-छात्राओं सहित बड़ी संख्या में आमजन ने पैदल मार्च किया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने अमर जवान ज्योति पहुंचकर सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए तथा शहीदों को पुष्पचक्र अर्पित कर नमन किया।
शर्मा ने कहा कि सरदार पटेल की केवल कश्मीर में नहीं मानी गईं और वहां धारा 370 जैसा कानून लगा दिया गया था। लेकिन आज यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरदार पटेल का वह अधूरा सपना पूरा हो चुका है। प्रधानमंत्री ने जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटा कर वहाँ शांति और विकास का मार्ग खोल दिया। जम्मू-कश्मीर भारत का पूर्ण और अभिन्न अंग है और यह सरदार पटेल को सही मायने में सच्ची श्रद्धांजलि है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार युवाओं को सशक्त करने के लिए प्रतिबद्ध है। हमने पिछले दो वर्षों में 91 हजार से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरियां दी हैं और डेढ़ लाख से अधिक पदों पर भर्ती प्रक्रिया जारी है। साथ ही, युवा उद्यमियों को 140 करोड़ रुपये का ऋण स्वीकृत किया गया है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार के कार्यकाल में एक भी पेपर लीक नहीं हुआ है। उन्होंने युवाओं को आश्वस्त किया कि वे पूरी मेहनत के साथ तैयारी करें, सरकार आपके साथ खड़ी है।
शर्मा ने कहा कि राष्ट्रीय एकता पखवाड़े के तहत आयोजित एकता मार्च ‘विकसित राजस्थान-विकसित भारत‘ के सपने को पूरा करने का एक संकल्प हैं। इस एकता मार्च में शामिल होकर हमने सरदार पटेल के विचारों को जीवंत किया है। उन्होंने कहा कि जैसे सरदार पटेल ने 560 रियासतों को एक सूत्र में पिरोया, वैसे ही हम सभी को मिलकर विविधता में एकता को मजबूत करना है। श्री शर्मा ने कहा कि आज का युवा भारत की सबसे बड़ी शक्ति है। जब युवा शक्ति जागृत होती है, तो कोई लक्ष्य असंभव नहीं रहता। उन्होंने आमजन से आह्वान किया कि वे सरदार पटेल के सपनों का भारत को साकार करने में सक्रिय भागीदार बने।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने आमजन को आत्मनिर्भर भारत की शपथ दिलाई। इससे पहले मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए। मुख्यमंत्री ने गांधी सर्किल पर महात्मा गांधी की प्रतिमा पर भी पुष्पांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी, खेल एवं युवा मामलात मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौड़, सांसद घनश्याम तिवाड़ी, मंजू शर्मा, विधायक कालीचरण सराफ, जितेन्द्र गोठवाल, गोपाल शर्मा, डॉ. कैलाश वर्मा, बालमुकुंदाचार्य एवं पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार शर्मा सहित विभिन्न जनप्रतिनिधिगण एवं बड़ी संख्या में आमजन मौजूद रहे।
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(Udaipur Kiran)