
सूरत/जयपुर, 8 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने बुधवार को गुजरात के सूरत में प्रवासी राजस्थानी मीट के तहत आयोजित सेक्टोरल राउंड टेबल मीटिंग की अध्यक्षता की। उन्होंने टेक्सटाइल, सिरेमिक, फार्मास्यूटिकल्स, पेट्रोकेमिकल्स और रत्न एवं आभूषण उद्योग क्षेत्र के प्रतिनिधियों के साथ प्रदेश में निवेश को लेकर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि राजस्थान के मजबूत औद्योगिक आधार, सुदृढ़ बुनियादी ढांचे, सुविधाएं और निवेशक-अनुकूल नीतियां प्रदेश को निवेश के लिए पसंदीदा गंतव्य बनाती हैं।
शर्मा ने टेक्सटाइल क्षेत्र के प्रतिनिधियों से कहा कि भारत के वस्त्र निर्यात में राजस्थान 10 प्रतिशत का योगदान देता है। उन्होंने उद्यमियों को भीलवाड़ा, जयपुर और बांसवाड़ा सहित राजस्थान के कपड़ा समूहों के साथ कार्य करने के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र कुशल श्रम और बेहतर औद्योगिक पारिस्थितिकी तंत्र प्रदान करता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत के लगभग 70 प्रतिशत बोन-चाइना टेबलवेयर का उत्पादन राजस्थान करता है। प्रदेश प्रचुर खनिज भंडार और हरित सिरेमिक पर बढ़ते ध्यान के कारण सौर ऊर्जा, निर्माण और औद्योगिक विस्तार में वृद्धि की संभावना भी रखता है। हम सतत औद्योगिक विकास के नए मानक स्थापित करने के लिए नवाचार को शिल्प कौशल और परंपरा को प्रौद्योगिकी के साथ मिला सकते हैं। उन्होंने कहा कि दोनों राज्यों का तालमेल भारत की औद्योगिक श्रृंखला को नए सिरे से परिभाषित करेगा।
शर्मा ने फार्मास्यूटिकल क्षेत्र के प्रतिनिधियों से कहा कि भिवाड़ी, नीमराना और अलवर के फार्मा क्लस्टर समर्पित माल ढुलाई कॉरिडोर और दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे के जरिए निर्बाध कनेक्टिविटी से मजबूत हुए हैं। साथ ही, उन्होंने पचपदरा रिफाइनरी और राजस्थान पेट्रो जोन का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रदेश रसायन और पेट्रोकेमिकल्स के क्षेत्र में निरंतर प्रगति कर रहा है।
मुख्यमंत्री ने सेक्टोरल बैठक में जयपुर के रंगीन पत्थर तथा दस्तकारी आभूषणों में प्रदेश की महत्वपूर्ण भूमिका का उल्लेख किया। उन्होंने जयपुर के बुनियादी निर्यात ढांचे और सीतापुरा विशेष आर्थिक क्षेत्र (सेज) पर भी प्रकाश डाला और उद्यमियों को रत्न और आभूषण उद्योग के साथ साझेदारी करने के लिए आमंत्रित किया।
शर्मा ने सूरत के उद्यमियों से राजस्थान निवेश प्रोत्साहन योजना (रिप्स)-2024 सहित राज्य की निवेशक-अनुकूल नीतियों के तहत निवेश की संभावनाओं को तलाशने का आह्वान किया। साथ ही, राउंड टेबल मीटिंग के दौरान, उद्योग प्रतिनिधियों ने भी प्रदेश के विभिन्न उद्योग क्षेत्रों में संयुक्त उद्यमों और निवेश के अवसरों पर उत्साह व्यक्त किया।
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(Udaipur Kiran)
