
मीरजापुर, 21 जुलाई (Udaipur Kiran) ।
हलिया विकास खंड के कोटेदारों ने बकाया भुगतान और अन्य मांगों को लेकर अगस्त माह का खाद्यान्न वितरण तीन दिनों तक रोकने का ऐलान किया है। इससे सोमवार को राशन लेने पहुंचे अंत्योदय और पात्र गृहस्थी कार्ड धारकों को खाली हाथ लौटना पड़ा।
आल इंडियन फेयर प्राइस शॉप डीलर एसोसिएशन उत्तर प्रदेश के बैनर तले कोटेदारों ने जिलापूर्ति अधिकारी सहित उच्च अधिकारियों को सात सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा। कोटेदारों का कहना है कि बार-बार अनुरोध के बावजूद बकाया भुगतान नहीं हो रहा है, जिससे उनका कार्य प्रभावित हो रहा है।
यह हैं प्रमुख मांगें
कोटेदारों की मांग है कि हरियाणा, गोवा और दिल्ली की तर्ज पर उत्तर प्रदेश में भी प्रति क्विंटल खाद्यान्न पर मिलने वाला लाभांश बढ़ाकर 200 रुपये किया जाए। वर्तमान में उन्हें मात्र 90 रुपये प्रति क्विंटल खाद्यान्न और 70 रुपये प्रति क्विंटल चीनी पर लाभांश दिया जा रहा है। साथ ही डोर स्टेप डिलीवरी की गुणवत्ता में सुधार, पूर्व बकाया भुगतान और फीडबैक प्रणाली में बदलाव की भी मांग की गई है।
फोन फीडबैक बना परेशानी का कारण
कोटेदारों का कहना है कि लाभार्थियों को फोन से मिलने वाले फीडबैक में विरोधी लोग गलत जानकारी देते हैं, जिससे जांच में उन्हें शोषण का सामना करना पड़ता है।
22 जुलाई तक वितरण पर रहेगा विराम
कोटेदारों ने स्पष्ट किया है कि यदि समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो वे 22 जुलाई तक खाद्यान्न वितरण पूरी तरह बंद रखेंगे। हलिया ब्लॉक के 85 कोटेदारों में से केवल पवारी खुर्द और सोनगढ़ा में चार कोटेदारों ने राशन वितरित किया, जबकि शेष 41,869 राशन कार्डधारकों को खाद्यान्न नहीं मिल सका।
लाभार्थी परेशान, नजरें प्रशासन पर
राशन न मिलने से लाभार्थियों में निराशा है। लोगों को उम्मीद है कि प्रशासन जल्द हस्तक्षेप कर कोटेदारों की मांगों पर समाधान निकालेगा, ताकि उन्हें जरूरी खाद्यान्न समय पर मिल सके।
(Udaipur Kiran) / गिरजा शंकर मिश्रा
