


चंपावत, 15 सितंबर (Udaipur Kiran) । जनपद चम्पावत ने सोमवार को हर्षोल्लास एवं उत्साह के साथ अपना 29वाँ स्थापना दिवस मनाया। वर्ष 1997 में पिथौरागढ़ से पृथक होकर बने इस जनपद ने शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यटन और सामाजिक प्रगति की दिशा में उल्लेखनीय उपलब्धियाँ अर्जित की हैं।
स्थापना दिवस पर जिला सभागार में विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें सम्मानित जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों और गणमान्य नागरिकों ने जिले को आदर्श जनपद बनाने का संकल्प लिया। इस अवसर पर अतिथियों ने चम्पावत के बहुआयामी विकास हेतु अहम सुझाव भी प्रस्तुत किए।
पूर्व सूचना आयुक्त अनिल पुनेठा ने जिले का विजन डॉक्यूमेंट तैयार कर उस पर आधारित कार्ययोजना लागू करने पर जोर दिया। वहीं पीएचडीसीसीआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रंजीत मेहता ने इंफ्रास्ट्रक्चर एवं कनेक्टिविटी मजबूत करने की आवश्यकता बताई। सेतु आयोग के उपाध्यक्ष राज शेखर जोशी ने कृषि क्षेत्र में एक्शन ओरिएंटेड नीति की जरूरत पर बल दिया। दर्जा राज्य मंत्री श्याम नारायण पांडे ने सीड कल्टिवेशन को बढ़ावा देने का सुझाव रखा, जबकि विधायक प्रतिनिधि प्रकाश तिवारी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की आदर्श जनपद परिकल्पना को साकार करने हेतु तेजी से कार्य करने की बात कही।
गो्ष्ठी में शिक्षा हब, बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएँ, चकबंदी सुधार, फलों की प्रोसेसिंग इकाइयाँ, स्थानीय उत्पादों की ब्रांडिंग, ट्रैफिक प्रबंधन और पर्यटन को बढ़ावा देने पर भी जोर दिया गया।
जिलाधिकारी मनीष कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री की परिकल्पना के अनुरूप चम्पावत को आदर्श जनपद बनाने हेतु समन्वित प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने आश्वस्त किया कि आने वाले समय में चम्पावत को एजुकेशन हब, पर्यटन गंतव्य एवं स्वरोजगार केंद्र के रूप में विकसित करने की दिशा में ठोस कार्ययोजना लागू की जाएगी।
इस अवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष प्रेमा पांडे, ब्लॉक प्रमुख अंचला बोहरा, भाजपा जिला अध्यक्ष गोविंद सामंत, भाजपा प्रदेश मंत्री निर्मल मेहरा, अपर जिलाधिकारी जयवर्धन शर्मा,चम्पावत जिला संघर्ष समिति अध्यक्ष बसंत तड़ागी, जिला पंचायत सदस्य, व्यापारी मंडल के पदाधिकारी, विभिन्न जनप्रतिनिधि और वरिष्ठ पत्रकार मौजूद रहे।
(Udaipur Kiran) / राजीव मुरारी
