धर्मशाला, 23 जून (Udaipur Kiran) । धर्मशाला अस्पताल के आंकलन को पंहुची नेशनल सर्टिफिकेशन केंद्रीय टीम क्षेत्रीय अस्पताल धर्मशाला को राष्ट्रीय गुणवत्ता मानकों पर तीन वर्षों के लिए खरा पाया गया है। इसके तहत जोनल अस्पताल धर्मशाला को नेशनल स्तर पर नेशनल सर्टिफिकेशन 92 अंकों के साथ मिली है। साथ ही एनएक्यूएएस के साथ-साथ लेबर रूम क्वालिटी एश्योरेंस लक्ष्य सर्टिफिकेशन भी मिली है। उक्त सर्टिफिकेशन को हर वर्ष रिन्यू किया जाता है, जिसके तहत अब केंद्रीय टीम धर्मशाला अस्पताल का दो दिवसीय दौरा करने को पहुंची है। टीम की ओर से अस्पताल की हर कसौटी पर आंकलन किया जा रहा है। जिसमें स्वास्थय स्टैंडर्ड उसी तर्ज पर पाए जाने पर आगामी एक वर्ष के लिए फिर से सर्टिफिकेशन जारी रखी जाएगी। सर्टिफिकेशन मिलने पर तीसरे यानि अंतिम वर्ष के लिए अस्पताल को सर्टिफाईड किया जाएगा। इसके तहत तीन वर्षों के लिए हर बेड के लिए प्रति वर्ष 10 हजार रुपए बजट केंद्र की ओर से ही प्रदान किया जाता है। इस तरह धर्मशाला अस्पताल में 300 बेड की क्षमता के तहत हर वर्ष 30 लाख का अनुदान मिलता है।
स्मार्ट सिटी के जोनल अस्पताल धर्मशाला को नेशनल सर्टिफिकेशन राष्ट्रीय गुणवत्ता मानक में अंतिम वर्ष भी खरा उतरने पर स्वास्थ्य सुविधाओं को ओर अधिक विकसित किए जाने के लिए लाखों रुपए की ग्रांट मिलेगी। उधर, अस्पताल के एसएमओ डॉ सुनील भट्ट ने बताता कि इक्योर्ज की सर्टिफिकेशन के हर पहलू को राष्ट्रीय टीम दो दिनों तक निरीक्षण कर हर व्यवस्था को परख रही है। जिसके आधार पर ही राज्य नेशनल हेल्थ मिशन एनएचएम की ओर से अस्पताल प्रबंधन की आगामी सर्टिफिकेशन प्रदान की जाएगी।
वहीं अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डा. अनुराधा शर्मा ने बताया कि नेशनल सर्टिफिकेशन तीन वर्ष के लिए मिली है, इसमें हर वर्ष केंद्रीय टीम की ओर से निरीक्षण किया जाता है। केंद्रीय टीम द्वारा मानकों को परखा जा रहा है। जिससे हर बेड को 10 हज़ार प्रतिवर्ष का अनुदान मिलेगा। इससे स्वास्थय सुविधाओं को ओर अधिक सुदृढ़ किया जाएगा।
(Udaipur Kiran) / सतिंदर धलारिया
