
नई दिल्ली, 10 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । आयुष मंत्रालय की केंद्रीय आयुर्वेदिक विज्ञान अनुसंधान परिषद (सीसीआरएएस) ने शुक्रवार को अपने प्रमुख स्टूडेंटशिप प्रोग्राम फॉर आयुर्वेद रिसर्च केन (एसपीएआरके) के चौथे संस्करण, एसपीएआरके -4.0 (2025-26) की शुरुआत की। इस पहल का उद्देश्य पूरे देश में आयुर्वेद पूर्वस्नातको में वैज्ञानिक जिज्ञासा और शोध योग्यता को बढ़ावा देना है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत, राष्ट्रीय भारतीय चिकित्सा पद्धति आयोग (एनसीआईएसएम) द्वारा मान्यता प्राप्त महाविद्यालयों के 300 बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी (बीएएमएस) छात्रों को 50,000 (दो महीने के लिए 25,000 रुपये प्रति माह) रुपये की छात्रवृत्ति मिलेगी।
आयुष मंत्रालय ने शुक्रवार को विज्ञप्ति जारी कर बताया कि कार्यक्रम के लिए पंजीकरण की शुरुआत 15 अक्टूबर को होगी। आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 15 नवंबर, 2025 है। सीसीआरएएस के महानिदेशक प्रो. रविनारायण आचार्य ने कहा कि स्टूडेंटशिप प्रोग्राम फॉर आयुर्वेद रिसर्च केन युवाओं की सहभागिता और वैज्ञानिक प्रशिक्षण के माध्यम से आयुर्वेद को आगे बढ़ाने के लिए परिषद की निरंतर प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम ने सैकड़ों छात्रों को शास्त्रीय आयुर्वेदिक ज्ञान को आधुनिक शोध और अनुसंधान के लिए प्रेरित किया है। स्टूडेंटशिप प्रोग्राम फॉर आयुर्वेद रिसर्च केन ने आयुर्वेद के छात्रों के बीच लोकप्रियता हासिल की है, देश के 20 राज्यों के 289 आयुर्वेद शिक्षण संस्थानों के 591 छात्र इस पाठ्यक्रम से लाभान्वित हुए हैं।
इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले सभी संस्थानों को दो महीने की परियोजना अवधि के दौरान चयनित छात्रों को अनुसंधान सुविधाएं और शैक्षणिक मार्गदर्शन प्रदान करके सहयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। प्रत्येक चयनित शोधकर्ता को अपनी अंतिम शोध रिपोर्ट के सफल समापन और अनुमोदन पर एक प्रमाणपत्र भी प्राप्त दिया जाएगा। स्टूडेंटशिप प्रोग्राम फॉर आयुर्वेद रिसर्च केन -4.0 पारंपरिक चिकित्सा के क्षेत्र में भारत की अनुसंधान क्षमता को सुदृढ़ करने और नवाचार को विरासत के साथ एकीकृत करने के सीसीआरएएस के व्यापक दृष्टिकोण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।
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(Udaipur Kiran) / विजयालक्ष्मी
