कोलकाता, 23 सितम्बर (Udaipur Kiran News) ।
उत्तर 24 परगना के संदेशखाली इलाके में अवैध जमीन कब्जे की शिकायतें एक बार फिर से सामने आने लगी हैं। यह वही क्षेत्र है, जहां तृणमूल कांग्रेस के निलंबित नेता शेख शाहजहां को कभी बिना ताज का बादशाह माना जाता था। हालांकि वह पिछले वर्ष प्रवर्तन निदेशालय और केंद्रीय अर्धसैनिक बलों पर हमले के मामले में गिरफ्तार होकर जेल में हैं, लेकिन अब फिर से अवैध कब्जे की घटनाओं की जांच शुरू हो गई है।
शाहजहां और उसके गिरोह पर जबरन जमीन कब्जाने, खेती योग्य जमीन को खारे पानी डालकर मत्स्यपालन के खेतों में बदलने और स्थानीय महिलाओं के शोषण जैसे गंभीर आरोप लगे थे। उसकी गिरफ्तारी के बाद कुछ समय के लिए अवैध कब्जों की खबरें थम गई थीं। लेकिन इस महीने से केंद्रीय जांच ब्यूरो ने ताजा शिकायतों के आधार पर फिर जांच शुरू कर दी है।
सूत्रों के मुताबिक, शाहजहां के दो नजदीकी सहयोगियों—कमल सरदार और प्रफुल्ल नस्कर—के खिलाफ सीबीआई को पुख्ता सुराग मिले हैं। शिकायत में कहा गया है कि संदेशखाली के एक स्थानीय सरदार परिवार ने, जो कथित तौर पर तृणमूल कांग्रेस से जुड़ा हुआ है, वहां अनुपस्थित एक परिवार की जमीन पर अवैध कब्जा कर लिया है। सरदार शेख का करीबी है।
यह शिकायत पूर्व पुलिसकर्मी दिवंगत जादव चंद्र सरकार के बेटे और बेटी ने दर्ज कराई है। दोनों इस समय बसीरहाट में रहते हैं और उन्होंने आरोप लगाया है कि उनकी गैरहाजिरी का फायदा उठाकर करीब 10 बीघा यानी 6.25 एकड़ जमीन पर जबरन कब्जा कर लिया गया।
शिकायत मिलने के बाद सीबीआई अधिकारियों ने जांच शुरू की और प्रारंभिक जांच में मामला सही पाया गया है। एजेंसी अब मामले को आगे बढ़ा रही है।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर
