फरीदाबाद, 21 जुलाई (Udaipur Kiran) । जिले में फर्जी चिकित्सकीय दस्तावेज़ तैयार कर जेल में बंद आरोपियों को जमानत दिलाने के षड्यंत्र का बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस ने इस मामले में दो निजी अस्पतालों, कई निदान प्रयोगशालाओं और एक सरकारी अस्पताल के अज्ञात चिकित्सक की मिलीभगत को लेकर गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया है। इस पूरे प्रकरण में आठ लोगों के विरुद्ध थाना एसजीएम नगर में मामला दर्ज कर लिया गया है, जिनमें डॉक्टर, अस्पताल मालिक और लैब संचालक शामिल हैं।
बल्लभगढ़ के सेक्टर-2 निवासी जितेंद्र सिंह ने 20 नवम्बर 2024 को पुलिस आयुक्त कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई थी कि एनआईटी क्षेत्र के दून अस्पताल, प्राची अस्पताल और उनके साथ मिलकर कार्यरत प्रयोगशालाएं, जेल में बंद आरोपियों को रिहा कराने के लिए उनके परिजनों को फर्जी रूप से बीमार दर्शाती हैं। अस्पतालों द्वारा पुरानी तारीख में ओपीडी कार्ड और चिकित्सकीय फाइल तैयार कर अदालत को गुमराह किया जाता है। इसके लिए प्रत्येक केस पर एक लाख रुपये तक की मांग की जाती है। शिकायतकर्ता को यह जानकारी इन अस्पतालों में कार्यरत चिकित्सक मनीष ने दी थी। मनीष ने उसे अस्पताल मालिक बीडी मुखीजा व सह-मालिक डॉ. सचिन से मिलवाया। डॉक्टरों ने यह स्वीकार किया कि अदालत से जब सत्यापन आता है तो वे पूरा दस्तावेज़ सुस्पष्टता से प्रस्तुत कर देते हैं।
जांच को मजबूत करने के लिए पूनम और सीमा नामक दो महिलाओं की मदद ली गई, जिनके पुत्र गंभीर मामलों में नीमका जेल में बंद हैं। दोनों महिलाओं के नाम पर विभिन्न अस्पतालों से कराए गए चिकित्सकीय परीक्षणों की वास्तविक रिपोर्ट सामान्य पाई गई, परंतु अस्पतालों द्वारा अन्य निजी प्रयोगशालाओं से फर्जी रिपोर्ट तैयार कराई गई। इन रिपोर्टों के आधार पर 29 अक्तूबर 2024 को जिला अदालत में उनके पुत्रों की जमानत याचिकाएं लगाई गईं, जो बाद में वापस ले ली गईं।
क्राइम शाखा सेक्टर-65 द्वारा की गई जांच में अस्पतालों और निदान केंद्रों को नोटिस भेजा गया और दस्तावेज़ एकत्रित कर सीएमओ कार्यालय को भेजे गए। 2 अप्रैल 2025 को चिकित्सा बोर्ड की रिपोर्ट में इन सभी रिपोर्टों को फर्जी बताया गया। इसके आधार पर थाना एसजीएम नगर में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस प्रवक्ता यशपाल ने सोमवार को बताया कि सात नामजद सहित एक अज्ञात डॉक्टर के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया गया है। फिलहाल किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है, परंतु पुलिस का कहना है कि सभी आरोपियों को शीघ्र ही गिरफ़्तार कर लिया जाएगा।
(Udaipur Kiran) / गुरुदत्त गर्ग
