हरिद्वार, 13 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । महंत रघुवंशपुरी कोरादेवी ट्रस्ट विवाद में पुराने ट्रष्ट के सचिव विशाल शर्मा ने ट्रस्ट के पूर्व अध्यक्ष व कोरा देवी के नाम से नया ट्रस्ट पंजीकृत कराने वाले डा. भरत तिवारी के खिलाफ धोखाधड़ी और ट्रस्ट की संपत्ति हड़पने की नीयत से कूट रचना कर नया ट्रस्ट पंजीकृत कराने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने बीएनएस की छह धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
सचिव विशाल शर्मा ने पुलिस को दी तहरीर में कहा है कि डा भरत तिवारी ने ट्रस्ट में रहते हुए ट्रस्ट से अलग-अलग तिथियों में पचास लाख रुपए का ऋण लिया, लेकिन उसे वापस नहीं किया। तकादा करने पर उन्होंने कूट रचना कर पुराने ट्रस्ट के नाम से ही नया ट्रस्ट रजिस्टर्ड करा लिया। आरोप लगाया कि भरत तिवारी ने फर्जी ढंग से अपनी पत्नी शैल तिवारी व पुत्र विभू तिवारी को भी फर्जी ट्रस्ट में सदस्य बनाया है और यह सब ट्रस्ट की अरबों रुपये की संपत्ति को हड़पने के लिए किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि महंतानी कोरादेवी ने 1980 में ट्रस्ट रजिस्टर्ड कराया था। ट्रस्ट के पास अरबों रुपए की संपत्ति है। जिसमें हरकी पैड़ी का कुछ हिस्सा, काली देवी मंदिर, श्मशानघाट क्षेत्र, नयी बस्ती भीमगोड़ा, कोरादेवी कालोनी खड़खड़ी, दुर्गा घाट भीमगोड़ा सहित अनेक भवन व स्कूल हैं। भवनों में अनेक किराएदार भी आवासित हैं। इन संपत्तियों को लेकर दो ट्रस्ट बन गये हैं और इन अरबों रुपए की संपत्तियों पर वर्चस्व को लेकर रोज नये नये विवाद सामने आ रहे हैं।
(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला
