श्रीनगर 3 जुलाई (Udaipur Kiran) । एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में जम्मू-कश्मीर अपराध शाखा ने एक सरकारी कर्मचारी के खिलाफ जाली शैक्षणिक प्रमाण पत्र का उपयोग करके जम्मू-कश्मीर सचिवालय में नौकरी हासिल करने के आरोप में मामला दर्ज किया है।
आरोपी की पहचान इमरान नजीर के रूप में हुई है जो राजौरी के थन्नामंडी के खाबला बेहरोटे का निवासी नजीर हुसैन का बेटा है, जिसे अनुसूचित जनजाति (एसटी) श्रेणी के तहत जम्मू-कश्मीर सचिवालय (अधीनस्थ) सेवा में जूनियर असिस्टेंट के पद पर नियुक्त किया गया था।
उनकी नियुक्ति जम्मू-कश्मीर सेवा चयन बोर्ड (जेकेएसएसबी) की सिफारिश के बाद 24 जून, 2022 के सरकारी आदेश संख्या 762-जेके (जीएडी) 2022 के माध्यम से हुई थी। वह 27 जून, 2022 को आधिकारिक तौर पर सामान्य प्रशासन विभाग (GAD) में शामिल हो गए।
हालाँकि GAD से लिखित संचार के आधार पर अपराध शाखा ने एक जाँच शुरू की और बाद में इमरान नज़ीर पर सूचना प्रौद्योगिकी में फर्जी स्नातक की डिग्री पेश करने का मामला दर्ज किया। जाली प्रमाण पत्र कथित तौर पर कर्नाटक राज्य मुक्त विश्वविद्यालय, मुक्ता गंगोत्री, मैसूर द्वारा जारी किया गया था।
अधिकारियों ने पुष्टि की कि एक प्राथमिकी दर्ज की गई है और आगे की कानूनी कार्यवाही चल रही है l
(Udaipur Kiran) / राधा पंडिता
