

उज्जैन, 9 सितंबर (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के उज्जैन में शनिवार रात करीब 8.30 बजे शिप्रा नदी पर बने बडऩगर ब्रिज से नदी में सफेद रंग की कार गिरी थी। इस कार में उन्हेल थाना टीआई अशोक शर्मा, एसआई मदनलाल निनामा और महिला आरक्षक आरती पाल बैठी थी। सूचना मिलने पर कलेक्टर और एसपी के निर्देशन में सर्चिंग अभियान शुरू हुआ था। शिप्रा नदी क्षेत्र में बाढ़ के कारण अत्यधिक बहाव था, वहीं बाढ़ के साथ गाद भी बहकर आ रही थी। इसके चलते शर्मा और निनामा का शव तो पुलिस को नदी क्षेत्र में 4 किमी आगे मिल गया था, लेकिन आरती पाल का शव और कार नहीं मिलने पर सभी चिंताग्रस्त थे।
मंगलवार शाम शिप्रा नदी में जहां ब्रिज से कार गिरी थी उससे करीब 70 मीटर दूरी पर कार और पिछली सीट पर महिला आरक्षक आरती पाल का शव आपदा प्रबंधन टीम ने ढूंढ निकाला। एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि एनडीआरएफ और गोताखोरों की टीम ने कार को नदी में गहराई से ढूंढ निकाला, जिसे क्रेन के द्वारा बाहर निकाला गया। कार की पिछली सीट पर आरती पाल का शव था। इधर बेटी का शव मिलने की सूचना पर पिता और परिजन बिलख उठे। इस कार को खोजने का काम स्थानीय गोताखोर मोहम्मद इरफान ने किया। मौके पर इरफान का चर्चा में कहना था कि चार दिन से सर्चिंग चल रही थी। मंगलवार दोपहर उसने अधिकारियों से कहा कि एक मौका और दे दीजिए, मैं गोता लगाकर आता हूं। इसके बाद उसने जिस स्थान पर कार गिरी वहां से डाउन स्ट्रीम में पानी के अंदर खोज शुरू की और कार तक पहुंच गया जो कि घटना स्थल से करीब 70 मीटर दूर कीचड़ में फंसी थी। उसने बाहर आकर सूचना दी और क्रेन के माध्यम से कार को बाहर निकाला गया। इसी के साथ सर्चिंग अभियान भी समाप्त हो गया।
पहली बार चला इतना लंबा अभियान
शिप्रा नदी में बाढ़ आने और बाढ़ के बीच कार का ब्रिज से इस प्रकार नदी में गिरने तथा शव एवं कार को ढूंढने का 68 घंटे का अभियान पहली बार उज्जैन में चला। अधिकारियों ने मौके पर बताया कि इस अभियान में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, नगर सेना, जिला पुलिस बल और मां शिप्रा तैराक दल के 130 सदस्यों ने 68 घंटे तक लगातार ऑपरेशन चलाया और सफलता प्राप्त की। सोमवार को सर्चिंग ऑपरेशन सुबह जल्दी शुरू हो गया था लेकिन अंधेरा होने पर शाम 7 बजे बंद कर दिया गया था। मंगलवार सुबह 8 बजे फिर सर्चिंग टीम पानी में उतरी और अपना अभियान आगे बढ़ाया। ऐसा पहली बार हुआ कि महिला आरक्षक का शव और कार का पता सोनार डिटेक्शन उपकरण और अंडर वॉटर कैमरा की मदद लेने के बाद भी नहीं लग सका। ज्ञात रहे टीआई अशोक शर्मा और एसआई मदनलाल निनामा का शव मिलने के बाद राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार हो चुका है। बुधवार को आरती पाल के शव का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार होगा।
इस प्रकार चला 68 घंटे का अभियान
* 6 सितंबर शनिवार रात करीब 8.30 बजे शिप्रा में बाढ़ के बीच बडऩगर ब्रिज से कार नदी की डाउन स्ट्रीम में गिरी।
* 7 सितंबर रविवार प्रात: करीब 11 बजे टीआई अशोक शर्मा का शव नदी क्षेत्र में करीब 4 किमी आगे भैरवगढ़ क्षेत्र से मिला।
* 8 सितंबर सोमवार को इस हादसे का वीडियो फुटेज भी सामने आया। वहीं घटना स्थल से करीब 3 किमी आगे ऋणमुक्तेश्वर क्षेत्र से कार का बम्पर मिला जिस पर नंबर प्लेट भी लगी थी। इसी दिन अपराह्न करीब 4.30 बजे एसआई मदनलाल निनामा का शव वहीं से मिला जहां से टीआई अशोक शर्मा का शव मिला था।
* 9 सितंबर मंगलवार शाम घटना स्थल से करीब 70 मीटर दूर गहराई से कार और महिला आरक्षक आरती पाल का शव मिला।
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(Udaipur Kiran) / ललित ज्वेल
