
भोपाल, 2 अगस्त (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के धार जिले में स्थित पीथमपुर में यूनियन कार्बाइड के परिसंकटमय अवशिष्ट के भस्मक जलाने के बाद राख में किसी भी प्रकार के पेस्टीसाइड एवं इनसेक्टीसाइड मौजूद नहीं पाये गये, जो कि कैंसर के मुख्य कारण होते हैं। इसमें हेवी मैटल्स की मात्रा भी बहुत सीमित पायी गयी। यह जानकारी शनिवार को मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के जनसम्पर्क अधिकारी मनोज कुमार मंडरई ने दी।
मंडरई ने बताया कि पीथमपुर प्लांट में जलाये गये वेस्ट के बाद उत्पन्न हुई राख में किसी भी रसायन का रिसाव भूमिगत जल की गुणवत्ता प्रभावित नहीं कर सकेगा। साथ ही भूमिगत जल प्रभावित होने की संभावना भी नहीं होगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया है कि भविष्य में इससे कोई खतरा नहीं है और इसकी 30 वर्षों तक मॉनीटरिंग भी की जायेगी।
(Udaipur Kiran) / उम्मेद सिंह रावत
