
नई दिल्ली, 10 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । प्राइवेट सेक्टर की लाइफ इंश्योरेंस कंपनी केनरा एचएसबीसी लाइफ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड का 2,517.50 करोड़ रुपये का आईपीओ आज सब्सक्रिप्शन के लिए लॉन्च कर दिया गया। इस आईपीओ में 14 अक्टूबर तक बोली लगाई जा सकती है। आईपीओ में बोली लगाने के लिए 100 रुपये से लेकर 106 रुपये प्रति शेयर का प्राइस बैंड तय किया गया है, जबकि लॉट साइज 140 शेयर का है। इस आईपीओ में रिटेल इनवेस्टर न्यूनतम 1 लॉट और अधिकतम 13 लॉट के लिए आवेदन कर सकते हैं। आईपीओ के तहत नए शेयर जारी नहीं किए जा रहे हैं। इसमें 23.75 करोड़ शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के जरिये जारी किए जा रहे हैं।
आईपीओ खुलने से एक दिन पहले गुरुवार को केनरा एचएसबीसी लाइफ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड ने 33 एंकर इनवेस्टर्स से 750.32 करोड़ रुपये जुटाए। इन एंकर इनवेस्टर्स में मुख्य रूप से आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल क्वालिटी फंड, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल ईएलएसएस टैक्स सेवर फंड, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एक्सपोर्ट्स एंड सर्विसेज फंड, एचडीएफसी ट्रस्टीज कंपनी लिमिटेड, एचडीएफसी वैल्यू फंड, अशोक व्हाइट ऑक इंडिया ऑपर्च्यूनिटीज फंड, एलियांज ग्लोबल इन्वेस्टर्स फंड, डीएसपी स्मॉलकैप फंड, टाटा बैंकिंग एंड फाइनेंशियल सर्विसेज फंड, मोतीलाल ओसवाल लार्ज कैप फंड के नाम शामिल हैं।
इस आईपीओ में क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (क्यूआईबी) के लिए 49.67 प्रतिशत हिस्सा रिजर्व किया गया है। इसके अलावा रिटेल इनवेस्टर्स के लिए 34.77 प्रतिशत हिस्सा और नॉन इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (एनआईआई) के लिए 14.90 प्रतिशत हिस्सा रिजर्व है। इस इश्यू के लिए एसबीआई कैपिटल मार्केट्स लिमिटेड को बुक रनिंग लीड मैनेजर बनाया गया है। वहीं केफिन टेक्नोलॉजीज लिमिटेड को रजिस्ट्रार बनया गया है। इश्यू की क्लोजिंग के बाद 15 अक्टूबर को शेयरों का अलॉटमेंट किया जाएगा। कंपनी के शेयर 17 अक्टूबर को बीएसई और एनएसई पर लिस्ट होंगे।
कंपनी की वित्तीय स्थिति की बात करें तो प्रॉस्पेक्टस में किए गए दावे के मुताबिक इसकी वित्तीय सेहत लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी को 91.19 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था, जो अगले वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़ कर 113.32 करोड़ रुपये और 2024-25 में उछल कर 116.98 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी की आय में उतार चढ़ाव होता रहा। वित्त वर्ष 2022-23 में इसे 261.59 करोड़ रुपये की आय हुई, जो वित्त वर्ष 2023-24 में घट कर 240.88 करोड़ और वित्त वर्ष 2024-25 में फिसल कर 234.01 करोड़ रुपये के स्तर पर आ गया। मौजूदा वित्त वर्ष के दौरान अप्रैल से जून महीने के दौरान कंपनी को 23.41 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ, जबकि इस अवधि में कंपनी को 42.35 करोड़ रुपये की आय हुई।
इस अवधि में कंपनी के रिजर्व और सरप्लस में भी लगातार बढ़ोतरी हुई। वित्त वर्ष 2022-23 के अंत में कंपनी पर 403.07 करोड़ रुपये के कर्ज का बोझ था, जो वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़ कर 468.88 करोड़ रुपये के स्तर पर, वित्त वर्ष 2024-25 में उछल कर 566.86 करोड़ रुपये के स्तर पर और मौजूदा वित्त वर्ष के दौरान अप्रैल से जून महीने तक 590.28 करोड़ रुपये के स्तर पर आ गया।
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(Udaipur Kiran) / योगिता पाठक
