
हरिद्वार, 26 जून (Udaipur Kiran) । शिवशक्ति धाम डासना के पीठाधीश्वर व श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरि महाराज, डॉ उदिता त्यागी व यति अभयानंद के साथ श्रीमहंत हरिगिरि महाराज से कांवड़ यात्रा को लेकर मनन चिंतन किया। उन्होंने श्रीमहंत हरिगिरि महाराज को पूर्व में घटित हुई कांवड यात्रा को खंडित करने के लिए पूजन तथा भोजन सामग्री के अखाद्य पदार्थों की मिलावट की घटनाओं की जानकारी देते हुए उनसे इसे रोकने का अनुरोध किया।
इसके बाद महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरि महाराज ने माया देवी मंदिर में विधि विधान से पूजा करके एक वीडियो के माध्यम से अपना संदेश सम्पूर्ण हिन्दू समाज को दिया।
उन्होंने बताया कांवड़ यात्रा हमारे धर्म की बहुत ही परम्परा है। इसमें किसी भी मलेच्छ का स्पर्श भी इसकी पवित्रता को भंग कर देगा। वैसे भी अगर किसी भी तरह की पूजन सामग्री में किसी म्लेच्छ का हाथ भी लगता है तो ऐसी पूजा का कोई लाभ नहीं होता। केवल इसी कारण हमारी लाखों करोड़ों पूजा उपासना आज व्यर्थ हो रही हैं।
उन्होंने आगे कहा कि मुसलमानों का मूल मंत्र कलमा ही पूरी तरह से हमारे धर्म और भगवान का विरोधी है। दुनिया में जो भी इस कलमे में विश्वास करता है, हर हिन्दू को ऐसे व्यक्ति से धर्म के किसी भी कार्य में बहुत दूरी बना कर रखनी चाहिए।
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(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला
