West Bengal

कलकता विवि परीक्षा विवाद : कार्यवाहक कुलपति ने स्थगन से किया इनकार

– सत्तारूढ़ तृणमूल छात्र परिषद (टीएमसीपी) ने भाजपा पर लगाया मिलीभगत का आरोप

कोलकाता, 27 अगस्त (Udaipur Kiran) । कलकत्ता विश्वविद्यालय की कार्यवाहक कुलपति शांता दत्ता ने 28 अगस्त को होने वाली चौथे सेमेस्टर की परीक्षाओं को स्थगित करने से साफ इनकार कर दिया है। इस फैसले से विश्वविद्यालय प्रशासन और सत्तारूढ़ तृणमूल छात्र परिषद (टीएमसीपी) के बीच विवाद और गहरा हो गया है।

टीएमसीपी ने कुलपति से परीक्षा की तारीख बदलने की मांग की थी, यह कहते हुए कि 28 अगस्त उनका स्थापना दिवस है, जिसे बड़े जुलूसों और सभाओं के साथ मनाया जाता है। संगठन का कहना है कि इस आयोजन से ट्रैफिक अव्यवस्था होगी और हजारों परीक्षार्थियों को केंद्र तक पहुंचने में कठिनाई होगी।

दत्ता ने मीडिया से कहा, “विशेष सिंडिकेट बैठक में पहले ही सर्वसम्मति से निर्णय हो चुका है कि 28 अगस्त की परीक्षाएं स्थगित नहीं होंगी। 28 अगस्त में ऐसा क्या विशेष है? क्या यह राष्ट्रीय अवकाश है?” उन्होंने यह भी जोड़ा कि यदि किसी राजनीतिक संगठन के कार्यक्रम को देखते हुए परीक्षा टाली जाती है, तो भविष्य में अन्य दल भी ऐसे ही दबाव बना सकते हैं।

कुलपति ने कहा कि परीक्षा देने वाले करीब 30 हजार छात्रों की सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित करना राज्य प्रशासन की जिम्मेदारी है। उन्होंने बताया कि इस संबंध में कोलकाता पुलिस और परिवहन विभाग को पत्र लिखकर आवश्यक इंतजाम करने को कहा गया है।

वहीं, टीएमसीपी के राज्य अध्यक्ष तृणांकुर भट्टाचार्य ने आरोप लगाया कि दत्ता भाजपा के इशारे पर काम कर रही हैं और निष्पक्ष प्रशासक की तरह व्यवहार नहीं कर रही हैं। उनका कहना था कि कुलपति ने जानबूझकर संगठन के स्थापना दिवस पर ही परीक्षा तय की और सिंडिकेट के कुछ सदस्यों से दबाव डालकर इस पर हस्ताक्षर करवाए।

भट्टाचार्य ने आगे दावा किया कि दत्ता कार्यवाहक कुलपति के रूप में अपनी अवधि से अधिक समय तक पद पर बनी हुई हैं, जबकि पूर्णकालिक कुलपति की नियुक्ति की प्रक्रिया पहले से चल रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि स्थापना दिवस पर “अब तक की सबसे बड़ी छात्र रैली” निकाली जाएगी, जिसमें विश्वविद्यालय प्रशासन की कथित “तानाशाही” का विरोध किया जाएगा।

इसी बीच, तृणमूल समर्थित प्राचार्यों के संगठन ‘निखिल बंगा अध्यक्ष परिषद’ ने भी कुलपति को पत्र लिखकर परीक्षा स्थगित करने की मांग की थी। लेकिन दत्ता ने इसे असंगत बताते हुए अस्वीकार कर दिया।

विश्वविद्यालय प्रशासन ने पहले ही नोटिस जारी कर यह स्पष्ट कर दिया है कि “सिंडिकेट के 4 अगस्त के प्रस्ताव के आधार पर 28 अगस्त को तय सभी परीक्षाएं नियत तिथि पर ही होंगी और इसमें कोई बदलाव नहीं किया जाएगा।”——————–

(Udaipur Kiran) / ओम पराशर

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