
बेतिया, 8 अगस्त (Udaipur Kiran) ।
पश्चिमी चंपारण जिला स्थित लौरिया के थोक सब्जी विक्रेता इस समय बाढ़ और बरसात के दोहरे संकट में कारोबार कर रहे हैं। नगर पंचायत ने आज तक स्थायी सब्जी मंडी के लिए जमीन तय नहीं की, जबकि कारोबारी पिछले पाँच वर्षों से जनप्रतिनिधियों,मंत्रियों और वरीय अधिकारियों के चक्कर लगा चुके हैं। हर बार की तरह उन्हें केवल आश्वासन मिला—समाधान नहीं।
करीब दो साल से थोक मंडी के व्यापारी मेला परिसर में फूस और मड़ई का अस्थायी ठिकाना बनाकर कारोबार चला रहे हैं। बरसात के मौसम में यहां हालात और बिगड़ जाते हैं—कभी बाढ़ का पानी उनके टेंट और माल को बहा ले जाता है, तो कभी लगातार बारिश से सब्जियां सड़कर बर्बाद हो जाती हैं। इन दिनों मंडी का पूरा परिसर कीचड़, पानी और कादो में डूबा है, जिससे कारोबार ठप होने की कगार पर है।
सब्जी थोक विक्रेता संघ के अध्यक्ष दिनेश जी का कहना है—“अभी थोड़ी-सी बारिश से ही स्थिति बदतर हो गई है। अगर नेपाल से पानी छोड़ा गया या भारी बारिश हुई, तो बाढ़ आना तय है और हमारा सब कुछ बह जाएगा।खुदरा खरीदार भी कीचड़ और जलजमाव से परेशान होकर मंडी आने से बच रहे हैं, जिससे सब्जियां बिकने से पहले ही खराब हो रही हैं और व्यापारियों को घाटे का सामना करना पड़ रहा है।
व्यापारियों की मांग है कि नगर पंचायत उन्हें तुरंत स्थायी और सुरक्षित जगह मुहैया कराए, ताकि उनका व्यापार भी बचे और शहर में सब्जियों की आपूर्ति भी बाधित न हो। बाढ़ के साए में मंडी का भविष्य अब प्रशासन के फैसले पर टिका है।
(Udaipur Kiran) / अमानुल हक
